- कोरोना पॉजीटिव मरीज को लेने पहुंची पुलिस पर पथराव

जली कोठी में कोरोना संदिग्ध मरीजों को अस्पताल ले जाने के लिए गई थी टीम

- मजिस्ट्रेट और दरोगा पथराव में घायल, इमाम समेत आठ आरोपी गिरफ्तार

Meerut । शनिवार को जली कोठी में कोरोना के तीन संदिग्ध मरीजों की पहचान होने के बाद अन्य संदिग्धों की पहचान कर उन्हें अस्पताल ले जाने और सील लगाने के लिए पहुंची पुलिस का स्थानीय लोगों ने विरोध कर दिया। भीड़ ने नारेबाजी करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया। अचानक हुए इस हमले में सिटी मजिस्ट्रेट समेत थाना प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मी घायल हो गए। मामले की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभालते हुए पथराव कर रहे लोगों को खदेड़ दिया। घटना के बाद से पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। देर शाम तक पुलिस ने पथराव करने वालों पर एक्शन लेते हुए मस्जिद के इमाम समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

सीलिंग के विरोध में बिफरे

दरअसल महाराष्ट्र से तीन जमाती 24 फरवरी को मेरठ में आए थे। वह देहली गेट थाना क्षेत्र में जली कोठी के पास दरी वाली मस्जिद में रुके हुए थे। शुक्रवार रात को तीनों जमातियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद शनिवार सुबह दिल्ली गेट थाने के प्रभारी रविंद्र सिंह स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस फोर्स लेकर उन तीनों के संपर्क में आए अन्य संदिग्धों की पहचान कर उन्हें अस्पताल ले जाने और क्षेत्र को सील करने के लिए जली कोठी पहुंचे थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जलीकोठी दरी वाली मस्जिद के आसपास के घरों में सदिग्धों की पहचान कर उन्हें जांच के लिए अपने साथ ले जाने लगे। इसके साथ ही पुलिस ने सिटी मजिस्ट्रेट एसके सिंह की उपस्थिति में जली कोठी स्थित एक गली को सील करना शुरु कर दिया। लेकिन पुलिस जैसे ही लकड़ी की बल्लियां और बैरियर लेकर पहुंची तो वहां रहने वाले कुछ लोगों ने इसका विरोध कर दिया। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने लोगों को समझाने का भी प्रयास किया लेकिन वे सभी उग्र होकर भीड़ के रूप में एकत्र होकर सीलिंग की कार्यवाही का विरोध करने लगे। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस कर्मियों पर पथराव कर दिया। पथराव से बचने के लिए पीछे हटते समय सिटी मजिस्ट्रेट बैलेंस बिगड़ने से गिर गए, जिससे उनके हाथ में चोट आ गई। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने भी बल प्रयोग करते हुए लाठी चार्ज कर दिया और आरोपियों के पीछे गलियों में पुलिस दौड़ पड़ी। सूचना मिलते ही आरएएफ समेत अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई और पूरा इलाका सील कर दिया गया।

थाना प्रभारी भी चोटिल

पथराव के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट एसके सिंह और थाना प्रभारी पत्थर लगने के कारण मामूली रुप से घायल हो गए। पुलिस पर हमले की सूचना वायरलेस पर मिलते ही अन्य थानों का फोर्स जली कोठी के लिए दौड़ पड़ी। कोतवाली सीओ दिनेश शुक्ला सहित कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस फोर्स ने हंगामा कर रही भीड़ को लाठी चार्ज कर खदेड़ने का प्रयास किया। फोर्स को देखकर पथराव कर रहे आरोपी गलियों में भाग कर छुप गए। कुछ देर बाद ही पूरे क्षेत्र में पुलिस बल और फोर्स को तैनात कर दिया गया। इसके बाद पुलिस ने फिर से बैरिकेडिंग करने का काम शुरू कर पूरा इलाका सील कर दिया। देर शाम तक पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी रही।

आरोपियों पर लगेगा एनएसए

पुलिस ने बवालियों पर एक्शन लेते हुए देर शाम तक कार्रवाई करते हुए इस दौरान सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में मस्जिद के मुतवल्ली समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों पर लॉक डाउन के आदेश का उल्लंघन करते हुए, बिना सोशल डिस्टेंसिंग के आदेश का पालन करते हुए भीड़ एकत्र करना और पुलिस पर हमले आदि के मामलो में मुकदमा अपराध संख्या 80 / 2020 अंतर्गत धारा 147 /148/ 149/ 307/ 332 /333 /336/ 353/ 504/ 506/ 186/ 188/ 269 /270/ 271/ 34 आईपीसी व 7, सीएलए तथा 3, महामारी अधिनियम एवं 51/57 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें पुलिस बल द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए उपरोक्त घटना में सम्मिलित दरीवाली मस्जिद के मुतवल्ली हाजी इरफान सहित 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभियुक्तों के विरुद्ध एनएसए की कार्रवाई भी की जाएगी।

इमाम समेत आठ लोग गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके खिलाफ एनएसए समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दायर किया जा रहा है। पुलिस ने पूरा इलाका सील कर दिया गया। जो भी घर से बाहर दिखेगा उसके खिलाफ सख्त एक्शन होगा।

- अजय साहनी, एसएसपी