मेरठ ब्यूरो। भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन एवं जल शक्ति मंत्रालय की ओर से जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका मकसद एक हमारा लक्ष्य, एक हमारा विश्वास, सजाएंगे जीवन वसुंधरा रहा। इसके तहत कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष एवं आचार्य डॉ। सीमा जैन के मार्गदर्शन में सात दिनों तक अपने आसपास के विभिन्न वातावरण और स्वास्थ्य की जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

भोजन का सही उपयोग हो

मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ। वी डी पाण्डेय ने बताया कि इस क्रम में सोमवार को भोजन की बर्बादी पर रोक के मुद्दे पर जागरूकता अभियान मेडिकल कॉलेज में चलाया गया। कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की कार्यवाहक विभागाध्यक्ष सहायक आचार्य डॉ नीलम गौतम ने एमबीबीएस के छात्र एवं छात्राओं को बताया कि जीवन जीने के लिए बिना अन्न व जल के जीवन की कल्पना करना असंभव है। भोजन का सही तरीके से उपयोग और समाज के सभी वर्ग को पोषण आहार जरूरी है।

भोजन की बर्बादी रोकें

उन्होंने भोजन के महत्व के बारे में भी बताया। साथ ही खाने को बर्बाद न करने की शपथ ग्रहण कराई। डॉ दरखशा, डॉ अनिला एवं डॉ कृति ने महिला छात्रावास में मेस कर्मचारियों व मेडिकल छात्राओं को विश्व में भोजन की उपलब्धता, भोजन की बर्बादी को कैसे रोके के बारे में बताया।

दी गई जानकारी

मेडिकल कॉलेज की कैंटीन के कर्मचारियों एवं उपस्थित छात्र छात्राओं को खाद्य पदार्थों की बर्बादी के आंकड़ों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद मेडिकल कॉलेज के पुरुष छात्रावास की मेस में कर्मचारियों एवं उपस्थित छात्रों को डॉ सौरभ, डॉ उमेश, एवं डॉ त्रिभुवन ने भारत में भोजन की बर्बादी व कमी के बारे में बताया एवं कैसे इसे रोका जा सकता है के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।