- व्यापारियों द्वारा कमांडर से मिलने के बाद व्यापारियों से मांगा व्यवस्था पर सुझाव

- व्यापारियों ने सुझाव देते हुए अपने ऊपर लगे हुए सभी आरोपों को नकारा

- कमांडर व्यापारियों का जवाब पढ़ने के बाद लेंगे अंतिम निर्णय

Meerut : आबूलेन की व्यवस्था को लेकर तमाम बातों के बीच कमांडर की ओर से आज अंतिम फैसला लिया जा सकता है। ये फैसला सीईओ द्वारा व्यापारियों से मांगे गए सुझावों को पढ़ने के बाद लिया जाएगा। इससे पहले संयुक्त व्यापार संघ और आबूलेन व्यापार संघ के पदाधिकारी कमांडर से मिलने गए। जहां उन्होंने आबूलेन से चार घंटे के लिए वाहनों के पूर्ण को हटाने का अनुरोध किया। जिसके बाद सीईओ ने व्यापारियों को लेटर भेज कर सुझाव मांगे। साथ पूर्व में व्यवस्था न बनाने को लेकर अपनी बात सामने रखी। जिसके प्रत्युत्तर में व्यापारियों ने सुझाव के साथ अपने ऊपर लगे आरोपों को नकार दिया।

सीईओ ने व्यापारियों लिखा लेटर

1. आबूलेन के व्यापारियों के पास 40 दिनों तक व्यवस्था हाथों में रही। लेकिन व्यापारी व्यवस्था को सुधार करने में पूरी तरह से नाकाम रहे। जिसके कारण कैंट बोर्ड को अपने हाथों में व्यवस्था लेनी पड़ी। वहीं प्रक्रिया पब्लिक से प्रतिक्रिया लेने के बाद लागू की गई है। वहीं अगर इस प्रक्रिया से व्यापारियों के व्यापार को कोई नुकसान पहुंच रहा है तो उससे कैंट बोर्ड सहमत नहीं है।

2. दुकानदारों ने दुकानों के सामने बने फुटपाथ पर अतिक्रमण किया हुआ है। जिससे पैदल चलने वालों को काफी तकलीफ होती है।

3. दुकानों के सामने के मुख्य नाले को अतिक्रमण किया हुआ है। जिससे नाले को साफ करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

4. दुकानों के सामने स्थाई और अस्थाई ठेलों को लगाने की अनुमति दी जाती है। जिससे अतिक्रमण के साथ ट्रैफिक में भी काफी व्यवधान पहुंचता है।

5. कैंट बोर्ड द्वारा आबूलेन पर लगाए डिवाइडर और फाउंटेन की जिम्मेदारी निजी हाथों में दी है। व्यापार संघ की ओर से इनकी साफ सफाई को बनाए रखने के लिए कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ।

6. व्यापारियों द्वारा शाम 5-9 वाहनों के पूर्ण प्रतिबंध के आदेश को वापस लेने का अनुरोध किया गया। कैंट बोर्ड की ओर से पहले भी दूसरी वैकल्पिक व्यवस्था व्यापारियों से मांगी गई थी। लेकिन नहीं प्राप्त हुई। अगर व्यापारियों के पास अब भी कोई प्लान है तो वो कैंट बोर्ड को दे सकता है। जिसके स्टडी करने बाद अनुरोध पर विचार विमर्श किया जाएगा।

व्यापारियों का जवाब

1. लगभग एक सप्ताह पूर्व ही कैंट बोर्ड की ओर डिवाइडर से 15 फीट की दूरी पर लाइन खींची गई है। व्यापारी भरोसा दिलाते हैं बाजार में आने वाले ग्राहकों के दुपहिया और चौपहिया वाहनों को सफेद लाइन के अंदर अ पने गार्डो से खड़ा कराएंगे।

2. दुकानों के सामने बने फुटपाथ पर किसी भी व्यापारी द्वारा अतिक्रमण नहीं किया गया है। ग्राहकों के फुटपाथ खाली रहता है।

3. व्यापारी बाजार को साफ सुथरा रखना चाहते हैं। सफाईकर्मी को हर तरह का सहयोग रहता है। वहीं नाले पर कोई अतिक्रमण भी नहीं है।

4. व्यापारियों के द्वारा किसी भी प्रकार के ठेले को स्थाई और अस्थाई रूप खड़ा नहीं कराया जाता है।

5. कैंट बोर्ड की ओर से सौंदर्य करण को बनाए रखने के लिए जिस निजी व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपी है उसने आबूलेन व्यापार संघ से कोई संपर्क नहीं किया है। वह सहयोग के लिए मिल सकते हैं।

6. कैंट बोर्ड द्वारा खींची गई सफेद लाइन के अंदर सभी वाहन खड़े रहेंगे। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए कैंट बोर्ड के कर्मचारी सहयोग करें। जिसके बाद आबूलेन पर किसी भी तरीके से ट्रैफिक जाम नहीं लगने दिया जाएगा।

वर्जन

हमारी ओर से व्यापारियों को लेटर भेजा है। जिसमें उनसे पूर्व की भांति प्लान मांगा गया है। व्यापारियों के प्लान को स्टडी किया जाएगा। सब एरिया कमांडर के सामने रखा जाएगा। उसके उनका ही अंतिम निर्णय होगा।

- राजीव श्रीवास्तव, सीईओ, कैंट बोर्ड

कैंट बोर्ड की ओर से आबूलेन व्यापार संघ को लेटर मिला था। जिसका जवाब उन्हें भेज दिया गया है। वहीं सीईओ से भी बात हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि मंगलवार से बैरियर हटा दिए जाएंगे।

- नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ

बॉक्स

कैंट बोर्ड पर किया धरना प्रदर्शन

Meerut : आबूलेन लेन पर डेली शाम 5-9 बजे वाहनों के आवाजाही के पूर्ण प्रतिबंध को लेकर मेरठ व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने कहा आबूलेन की व्यवस्था के कारण इस साल आबूलेन का दीपावली मेला नहीं हो सका। वहीं आबूलेन के व्यापारियों के साथ आम ग्राहकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। इस मौके पर जिला महामंत्री जगमोहन शाकाल, जिला अध्यक्ष जीतू सिंह नागपाल, संरक्षक उज्ज्वल अरोड़ा, नितिन गुप्ता आदि कई लोग मौजूद थे।