ज्वेलरी से लेकर गारमेंट्स और इलेक्ट्रॉनिक्स के आइटम पर डिस्काउंट स्कीम शुरू

शादियों के सीजन से व्यापारियों को अच्छे बिजनेस की उम्मीद

Meerut। कोरोना काल के दौरान शादियों का पहला सीजन वेडिंग कारोबार से जुडे़ व्यापारियों की लिए पूरी तरह खराब साबित हुआ था। ऐसे में अब नवंबर दिसंबर के आखिरी सीजन को भुनाने के लिए बाजार और व्यापारी पूरी तरह से तैयार हो गए हैं। हम बात कर रहें वेडिंग से जुडे़ गारमेंट, ज्वैलरी और इलेक्ट्रानिक्स के बाजार की। नवंबर दिसंबर में शादियों के सायों को देखते हुए बाजार भी वेडिंग की जरुरतों के सामान से सज गए हैं। बाजारों में कई डिस्काउंट स्कीम से लेकर नए नए डिजाइन के गारमेंटस से लेकर ज्वैलरी तक बुक की जा रही है। कुल मिलाकर शादियों के सीजन से व्यापारियों को काफी उम्मीद है।

कम मुहूर्त में अधिक कमाई

आने वाले नवंबर दिसंबर में सिर्फ 9 दिन शादी के शुभ मुहूर्त हैं। नवंबर में पहला मुहूर्त 25 से शुरु हो रहा है। वर्ष के अंतिम महीने दिसंबर में तीन मुहूर्त रहेंगे, जो 7, 9 व 11 दिसंबर को रहेंगे। इस हिसाब से देखा जाए तो 9 दिनों के शुभमूहर्त में शहर में हजारों शादियां होनी है। ऐसे में अगले दो माह व्यापार के लिए प्रमुख है। इसको देखते हुए गारमेंटस, ज्वैलरी और इलेक्ट्रॉनिक्स के बाजार में उम्मीद बढ़ गई है। साल भर में अपने व्यापार में हुए नुकसान को व्यापारी इन दो माह में पूरा करने में जुट गए है।

स्टाइलिश कपड़ों के साथ तैयारी नवंबर से दिसंबर तक के शादी सीजन को लेकर अभी कपड़े आदि की खरीदारी शुरू हो गई है। बाजार में सबसे ज्यादा लोगों का स्टाइलिश कपड़ों के साथ थीम बेस शादी के प्रति रूझान बढ़ा है। लोगों का कहना है कि जब सरकारी गाइडलाइन के तहत लोगों की संख्या कम होगी तो कम से कम शादी को यादगार बनाने के लिए कुछ अलग किया जाए। को देखते हुए कपल ड्रैसिंग से लेकर पार्टी में आने वाले मेहमानों के लिए स्पेशल ड्रैस कोड तक के साथ शादियों की प्लानिंग की जा रही है। इस ट्रेंड को देखते हुए गारमेंट सेक्टर भी नए नए डिजाइन के लहंगे सूट पेंट, शेरवानी, इंडो वेस्टर्न, साडी आदि का स्टॉक तैयार कर रहे हैं।

ज्वैलरी के डिजाइन की बुकिंग

कोरोना से पहले जून जुलाई में शादियों की डेट स्थगित होने के कारण ज्वैलर्स के कई कई आर्डर कैंसिल हो गए थे। अब नवंबर दिसंबर में शादियों के लिए ज्वैलरी कारोबारियों के पास आर्डर भरमार है। जो ज्वैलरी जून जुलाई में नही ले पाए थे वह अब नए डिजाइन के साथ बुक हो रहे हैं। वहीं नवंबर दिसंबर में नई शादियों के आर्डर भी अब ज्वैलर्स के पास आ रहे हैं। वहीं शादियों के लिए अक्टूबर माह में जमकर खरीदारी शुरु हो गई है। इसका एक कारण यह भी है कि इस समय ज्वैलरी का रेट बहुत अधिक है। अधिकतर लोग दीपावली पर रेट बढ़ने से पहले ही ज्वैलरी खरीद करना चाह रहे हैं। माना जा रहा है कि दीपावली पर गोल्ड का दाम 80 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम जा सकता है।

स्टॉक हुआ लिमिटेड

कोरोना के कारण इलेक्ट्रानिक्स के बाजार में काफी बदलाव आया है अब होल सेलर को भी कंपनी से एडवांस माल मिलना बंद हो गया है। यानि जितना माल चाहिए उसका पेमेंट करने के बाद ही डिलीवरी हो रही है। कंपनियों को कोरोना के कारण हुए नुकसान के कारण बाजार में उधार माल नही दिया जा रहा है। ऐसे में अधिकतर इलेक्ट्रानिक्स शोरूम पर इस साल एलईडी टीवी से लेकर फ्रिज, एसी, ओवन सभी प्रोडक्ट का लिमिटेड स्टॉक उपलब्ध है। रिटेलर भी कोरोना इफेक्ट और शादियों के कम साए को देखते हुए बाजार में कम पैसा लगा रहे हैं।

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मुनाफे की उम्मीद नहीं

साडी एसो। के अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने बताया कि बाजार में इस साल मुनाफे की उम्मीद तो बिल्कुल नही है। लेकिन गारमेंट सेक्टर पूरी तरह से तैयार है कि कम से कम शादियों के सीजन में दुकान समेत स्टॉफ का खर्च तो निकल ही जाएगा। जून जुलाई के सीजन में जो डिजाइन आए थे वह पूरी तरह बेकार हो गए हैं क्योंकि ग्राहक हर सीजन में कुछ नया चाहता है उसको देखते हुए पूरा नया स्टॉक लाना पड़ रहा है। पूरा माल ना बिकने से काफी नुकसान हुआ है। लेकिन सीजन में खर्च तो निकल ही जाएगा।

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पूरी तरह से बाजार तैयार

बुलियन एसो। अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि बाजार पूरी तरह से शादियों के सीजन के लिए तैयार है। मार्केट में ज्वैलरी की बुकिंग भी है क्योंकि जो आर्डर जून जुलाई में कैंसिल हुए थे वह अब कैश हो रहे हैं साथ ही गोल्ड के लगातार बढ़ते दाम का भी बाजार पर असर है। ग्राहक दाम में इजाफे से पहले ही ज्वैलरी खरीदना चाह रहे हैं। हालांकि दाम बढ़ने से व्यापारियों को भी नुकसान है।

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मार्केट में माल की कमी

कौशिक इलेक्ट्रॉनिक्स के संचालक शिशिर कौशिक ने बताया कि अभी तो पूरी तरह बाजार में मंदी है। वहीं शादियों के लिए जैसे हर साल दो दो माह पहले इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की बुकिंग होती थी इस बार नही है। कई कंपनियों ने पहले उधार माल देना बंद कर दिया था। इस कारण से इस बार मार्केट में माल की भी कमी है और व्यापारी भी बाजार में खुल कर पैसा नही लगा पा रहा है। लेकिन उम्मीद है कि सीजन में सही रहेगा।