बुलंदशहर की घटना के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने लिया शहर में महिला सुरक्षा के दावों का जायजा

मुख्य बाजारों से नदारद मिली एंटी रोमियो स्कवायड, कहीं नजर नहीं आई नारी शक्ति मोबाइल

मेरठ में भी लगातार बढ़ रही है छेड़छाड़ की घटनाएं, आंकड़ों में नहीं होती दर्ज

Meerut। उत्तर प्रदेश में बेटी तथा महिला की सुरक्षा के तमाम इंतजाम शोहदों व मनचलों की मनमानी के आगे फेल नजर आते हैं। इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला, जब यूपी के बुलंदशहर में अमेरिका से घर लौटी एक होनहार छात्रा को छेड़छाड़ के कारण सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं अगर मेरठ की बात की जाए तो यहां भी छेड़छाड़ की घटनाएं महिला सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े करती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के मुख्य बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस के इंतजामों और दावों का जायजा लिया। जिसमें सामने आया कि न तो कहीं एंटी रोमियो तैनात है और न ही शक्ति मोबाइल।

12.30 बजे, आबूलेन

सबसे पहले दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम आबूलेन पहुंची। यहां पर महिला सुरक्षा के नाम पर पुलिस की तैनाती नहीं दिखी। वहीं यहां पर एंटी रोमियो और शक्ति मोबाइल भी कहीं नजर नहीं आई।

01.00 बजे, बांबे बाजार

बांबे बाजार में भी युवतियां शॉपिंग करने के लिए आ जा रही थी लेकिन यहां भी इनकी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम नहीं था। यहां पर दूर-दूर तक पुलिसकर्मी देखने को नहीं मिले।

01.30 बजे, बेगमपुल

बेगमपुल पर महिला सुरक्षा के लिहाज से ट्रैफिक होमगार्ड के अलावा दूर-दूर तक कोई पुलिसकर्मी नहीं दिखाई दिया। यहां भी शक्ति मोबाइल और एंटी रोमियो टीम देखने को नहीं मिली।

एसपी सिटी ने दिए थे निर्देश

महिला सुरक्षा के लिए एंटी रोमियों को जिम्मेदारी दी गई थी कि वह स्कूल और कॉलेजों के बाहर छेड़छाड़ करने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इतना ही नहीं, शहर के बाजारों में सादे कपड़ों में तैनात करने का प्लान भी एंटी रोमियों के लिए साल 2017 में बनाया गया था। इसके साथ ही शक्ति मोबाइल की दो गाडि़यों को भी लगाया था।

दर्ज नहीं छेड़छाड़ की घटनाएं

मेरठ पुलिस के छेड़छाड़ के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2020 में अब तक किसी भी प्रकार की कोई छेड़छाड़ की घटना नहीं हुई है। जबकि 2019 में आठ और 2018 में भी आठ ही छेड़छाड़ की घटनाएं हुई थीं। दरअसल, जिले में लगातार छेड़छाड़ की घटनाएं होती रहती है मगर मनचलों पर लगाम कसने में नाकाम पुलिस इन आंकड़ों को दर्ज ही नहीं करती।

एंटी रोमियो को कार्रवाई करने के दिशा-निर्देश समय-समय पर दिए जाते हैं। कोरोना काल के चलते एंटी रोमियो में शामिल महिला पुलिसकर्मी भी लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने में जुटी थी। एंटी रोमियो को एक बार फिर कार्रवाई के लिए दिशा-निर्देश दिए जा रहे है। मनचलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ