वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी ने 13 दिसंबर 2021 को श्री काशी विश्वनाथ धाम देश को समर्पित किया था। भव्य-नव्य स्वरूप सामने आते ही बनारस ही पूरे देश से दर्शनार्थियों की भीड़ धाम में उडऩे लगी। आम दिनों की अपेक्षा शनिवार व रविवार को अप्रत्याशित भीड़ होती है। लोकार्पण के बाद अभी तक 21 संडे तक यही हाल रहा, लेकिन यह सिलसिला 22वें रविवार को टूट गया। ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के चलते रविवार सुबह से ही मंदिर से भीड़ गायब थी। सर्वे के कारण गेट नंबर चार बंद था। अन्य प्रवेश द्वार से दो-चार की संख्या में दर्शनार्थी मंदिर में प्रवेश कर रहे थे.
महाशिवरात्रि पर रिकार्ड श्रद्धालु
पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद से ही लगातार श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। लोकार्पण से 31 दिसंबर 2021 तक करीब 14 लाख श्रद्धालु धाम में पहुंचे थे, लेकिन 2022 शुरू होते ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमडऩे लगा। नए साल के पहले सप्ताह में 20 लाख से श्रद्धालुओं ने महादेव के दर पर शीश नवाया था। महाशिवरात्रि पर विश्वनाथ धाम में अब तक रिकार्ड 7 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई थी.
कमिश्नर को करनी पड़ी थी अपील
धाम का नया भव्य स्वरूप सामने आने के बाद अचानक दर्शनार्थियों की संख्या कई गुना बढ़ गई थी। नये साल पर अपार भीड़ के चलते शहर की सारी व्यवस्था चरमरा गई। जगह-जगह जाम से हर कोई परेशान था। इससे निजात के लिए कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने स्थानीय लोगों से दोपहर दो बजे के बाद दर्शन के लिए विश्वनाथ धाम में आने की अपील की थी। साथ ही मंदिर के रास्ते में वाहन न लाने और निर्धारित स्थान पर पार्किंग का आग्रह किया था.