-फूलपुर की घटना, लेडी डॉक्टर की लखनऊ के डॉक्टर संग फिक्स थी शादी, लास्ट मूवमेंट पर दहेज में 50 लाख कैश व कार की रख दी डिमांड

-डिप्रेशन में आने के बाद लेडी डॉक्टर ने खाया जहर, दोनों की फेसबुक के जरिए हुई थी मुलाकात

VARANASI

फूलपुर थाना क्षेत्र के सिंधोरा बाजार में अपने घर पर जीवन और मौत से जूझ रही झांसी में एमएस कर रही डॉक्टर कृति जायसवाल (ख्7 वर्ष) की मंगलवार को मौत हो गयी। आरोप है कि लखनऊ के जिस डॉक्टर सारस्वत गुप्ता से कृति की शादी तय हुई थी, तिलक के बाद शादी की डेट नजदीक आने पर उसने व उसके परिवार ने दहेज में भ्0 लाख कैश व कार सहित अन्य जेवरात की मांग रख दी थी। जिसके बाद सदमे में आई लेडी डॉक्टर ने जहर खा लिया। उसका इलाज लखनऊ मेडिकल कॉलेज व झांसी में काफी दिनों तक चला लेकिन मंगलवार को फूलपुर स्थित अपने आवास पर उसकी मौत हो गई। इस मामले में लेडी डॉक्टर के पिता ने फूलपुर थाने में आरोपी डॉक्टर सारस्वत सहित तीन लोगों के खिलाफ पहले से ही आईपीसी की धारा फ्7म्, ब्ख्0, ब्क्9 में रिपोर्ट दर्ज करा रखी है। बेटी की मौत के बाद धारा फ्0ब् के तहत तहरीर दी है।

किया काफी ड्रामा

सिंधोरा निवासी सियाराम जायसवाल की बेटी डॉ। कृति एमबीबीएस करने के बाद झांसी के एक मेडिकल कॉलेज में एमएस की पढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान फेसबुक के जरिए उसकी लखनऊ के लक्ष्मणगंज निवासी डॉ। सारस्वत गुप्ता से जान-पहचान हुई। दोनों के बीच संबंध इतना गहरा हो गया था कि दोनों झांसी में मिलने लगे थे। इस बीच बात शादी तक पहुंच गयी। इस पर लेडी डॉक्टर के पिता सियाराम ने लखनऊ जाकर डॉ। सारस्वत के पिता से मिलकर रिश्ता तय करने के बाद तिलक भी चढ़ा दिया। ख्7 नवम्बर को शादी की डेट फिक्स थी। आरोप है कि इससे पहले अक्टूबर माह में सारस्वत व उसके पिता ने यह कहकर शादी करने से इनकार कर दिया कि जब तक भ्0 लाख रुपये कैश, कार व लड़की के जेवर नहीं मिलेंगे तब तक शादी नहीं होगी। जिसके बाद लेडी डॉक्टर ने डॉ। सारस्वत को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं माना तो उसने जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर सहयोगियों ने उसे हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां महीने भर इलाज के बाद डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया और परिजन उसे लेकर बनारस आ गए। जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई।