-बाबा दरबार में अपनी श्रद्धा समर्पित करने पहुंच रहे हैं डाकबम

-बुधवार को 250 डाकबमों ने बाबा का किया जलाभिषेक

VARANASI

कमंडली में श्रद्धा से जल लिए बिना थके, बिना रुके बाबा के अभिषेक का संकल्प। लम्बे रास्ते में कुछ खाया न पीया बस चलते रहे। दूरी भी कम नहीं तकरीबन सवा सौ किलोमीटर। उसे भी नंगे पर लगभग दौड़ते हुए पार करना है। चाहे जितनी बाधा हो संकल्प पूरा होता है। यही तो हैं बाबा के अनन्य भक्त जिन्हें डाकबम के नाम जाना जानता है। इलाहाबाद संगम के जल से बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करने हर सावन में हजारों की संख्या में डाकबम बनारस आते हैं। इलाहाबाद संगम से जल लेकर बाबा दरबार में अभिषेक करने में डाकबमों को तकरीबन ख्ब् घंटे लग जाते हैं। पैर में छाले पड़ जाना तो आम बात है। कई बार कांटा चुभ जाता है या तबीयत खराब हो जाती है। पर बाबा के आशीर्वाद से संकल्प पूरा होता ही है। बुधवार को भी ख्भ्0 से अधिक डाकबमों ने बाबा का अभिषेक किया। किसी के मन में भले की कुछ खास कामना हो लेकिन अधिकतर का यही कहना था कि बाबा ने बुलाया और हम चले आये।

पांचवी बार बाबा दरबार में आया हूं। मन में किसी भी तरह की आस नहीं है। बाबा को सब पता है। मैं कुछ मांगू उसके पहले ही बाबा दे देते हैं। भोलेनाथ ने बुलाया था और हम चल दिए।

रवि प्रकाश, दरेखू

मेरा तो यह पहली बार आना हुआ है। अभी कुछ करता नहीं हूं। बस मेरा मन हुआ और बाबा का दर्शन करने चल दिए। साथ में गांव के और भी लोग हैं।

अजय कुमार, दरेखू

बाबा हमें शक्ति देते हैं कि हम उनका जलाभिषेक कर सकें। लगातार चार सालों से आ रहा हूं। संकल्प पूरा होने पर मन को शांति मिलती है। मेरे पास जो भी बाबा का दिया हुआ है। उनकी इच्छा होगी तो और भी देंगे।

देवेन्द्र कुमार सिंह, रोहनिया

रास्ते की सारी परेशानी बाबा के दर्शनों के साथ ही दूर हो जाती है। हम अपनी मर्जी से नहीं आते। यह बाबा का आदेश रहता है। हम उस आदेश का पालन करते हैं।

रोहित कुमार, ज्ञानपुर