-बनारस से बरेली ले जाते वक्त फरार हुए शातिर बदमाश रईस सिद्दकी उर्फ रईस बनारसी का अब तक नहीं मिला कोई सुराग

--SSP ने अपराधी को लेकर जा रहे SSI, चार कांस्टेबल्स व चालक को किया सस्पेंड

VARANASI

अपने ननिहाल बनारस में रहकर क्राइम वर्ड में अपनी अलग धाक बनाने की चाह रखने वाले पुलिस की कस्टडी से फरार हुए शातिर बदमाश रईस बनारसी का पुलिस अब तक कोई पता नहीं लगा सकी है। वह कहां है, इसके लिए बनारस क्राइम ब्रांच समेत यूपी एसटीएफ उसकी तलाश में जुट गई है। इस फरारी के बाद अब ये सवाल भी उठने लगा है कि आखिर पुलिस की आंख में धूल झोंककर इस तरह से उसके भागने के पीछे मंशा क्या है? क्योंकि कानपुर में शानू ओलंगा की हत्या के बाद बनारस आकर बड़े ही ड्रामेटिकल वे में अपने को पुलिस के हवाले करना और फिर अचानक फरार होना, इससे कानपुर ही नहीं, बनारस में भी दहशत का माहौल है। वहीं इस घटना के बाद यहां रहकर जरायम की दुनिया में अपना काला कारोबार चलाने वाले रईस के प्रतिद्वंद्वी तो डरे ही हैं, वो व्यापारी भी खौफ में आ गए हैं जो पिछले दिनों एनकाउंटर में मारे गए शातिर बदमाश सनी सिंह की मौत के बाद सुकून की सांस ले रहे थे। वहीं एसएसपी ने इस बड़ी लापरवाही पर रईस को लेकर जा रहे एक एसएसआई, चार कांस्टेबल व चालक को सस्पेंड कर दिया है।

दहशत है हर जगह

बनारस में दवा, केराना, साड़ी, रेशम, सर्राफा और दवा का बड़ा कारोबार है। सप्तसागर, रेशम कटरा, विशेश्वरंगज, कुंज गली, ठठेरी बाजार, गोला दीनानाथ समेत कई मार्केट ऐसे हैं जहां से बनारस समेत पूर्वाचल के कई टॉप बदमाश रंगदारी की मोटी रकम वसूलते हैं। इसलिए रईस बनारसी के यहां एक्टिव होने का कयास लगाया जा रहा है। वहीं लूटपाट के लिए हत्या करना और सुपारी लेकर मारना भी रईस की फितरत है। इसके कारण भी लोग डरे हुए हैं। एसटीएफ सोर्सेज की मानें तो रईस बनारस और कानपुर दोनों जगह वारदात को अंजाम दे सकता है। क्योंकि बनारस में वो अपना राज स्थापित करना चाहता है। कानपुर में वह भाई के हत्यारे शानू और राजा को लुढ़का चुका है जबकि फुरकान, कालिया, शराफत अभी जिंदा हैं। ऐसे में जेल से फरार होने के बाद रईस के इन तीनों को टारगेट बनाये जाने की आशंका बढ़ गई है। वहीं एसटीएफ को आशंका है कि रईस बनारस में ही ठिकाने बनाये हुए है और वह बनारस के बाहरी इलाकों चंदौली, रामनगर, मुगलसराय या फिर दुल्हीपुर में छिपकर वारदातों को अंजाम दे सकता है। इसलिए टीमें इन इलाकों में विशेष नजर रखे हुई हैं।

पूरी गारद सस्पेंड

वहीं पुलिस रईस के शाहजहांपुर से ही फरार होने की बात पर जोर दे रही है। एसएसपी आकाश कुलहरि के मुताबिक मामला गंभीर है। इतने बड़े अपराधी को अगर गारद साथ लेकर गई थी तो गाड़ी सुनसान रास्ते में रात के वक्त रोकनी ही नहीं चाहिए थी। अगर ऐसी लापरवाही बरती गई तो इसके लिए सजा भी गंभीर होनी चाहिए। फिलहाल मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं और रईस को लेकर बरेली जा रही गारद में शामिल एसएसआई आद्या प्रसाद राज, कांस्टेबल्स प्रदीप मौर्या, प्रहलाद प्रजापति, राजकुमार व प्रभाकर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा जिस वज्र वाहन में रईस सवार था उसके चालक सुधाकर तिवारी को भी सस्पेंड कर उससे पूछताछ की जा रही है।