उन्नत भारत अभियान के तहत गावों में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं कृषि के क्षेत्र में करेगा विकास कार्य

भारत सरकार ने BHU को सौंपी है 22 जिलों की जिम्मेदारी, आज से शुरू होगा सर्वेक्षण का कार्य

VARANASI

देश का विकास तभी होगा जब हमारे गांव खुशहाल होंगे। इसी उद्देश्य से भारत सरकार ने 'उन्नत भारत अभियान' की पहल की है। खास यह कि सरकार के इस खास कवायद को बीएचयू अपने नॉलेज और एक्सप‌र्ट्स के माध्यम से मूर्तरूप देगा। बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी के निर्देश पर कुछ गावों का चयन किया गया है। जहां बीएचयू शिक्षा, स्वास्थ्य एवं कृषि के क्षेत्र में विकास कार्यो की गंगा बहायेगा।

Cell का किया है गठन

प्रो। त्रिपाठी उन्नत भारत अभियान को अमली जामा पहनाने के लिए बतौर चेयरमैन खुद योजना से जुड़े हैं। उन्होंने एक सेल का भी गठन किया है जिसका संयोजक डेंटल साइंस फैकल्टी के प्रो टीपी चतुर्वेदी को बनाया है। सेल में विभिन्न फैकल्टी और डिपार्टमेंट के एक्सप‌र्ट्स बतौर मेंबर शामिल हैं। आईआईटी और आईएमएस बीएचयू के भी एक्सपर्ट कमेटी के मेंबर बनाये गये हैं। यह सेल यूनिवर्सिटी के आस-पास के चिह्नित गांवों में साक्षरता स्वास्थ्य एवं कृषि के क्षेत्र में किस प्रकार से विकास हो इस दिशा में योजना बनाकर उसे क्त्रियान्वित करने का कार्य करेगा। इसी क्रम में ख्म् अक्टूबर, बुधवार को बीएचयू द्वारा समर्थ ग्राम अभियान की शुारूआत की जा रही है। इसके अन्तर्गत पांच गांवों का सर्वेक्षण किया जायेगा। सेल के मेंबर्स के अलावा सोशल साइंस फैकल्टी के स्टूडेंट्स भी उन पांच गांवों में जाकर सर्वेक्षण करेंगे।

ख्ख् जिलों का है जिम्मा

बताते चलें कि भारत सरकार के 'उन्नत भारत अभियान' के तहत कार्य करने के लिए देश में क्भ् मेन्टरिंग सेन्टर (इंस्टीट्यूट) स्थापित किये गये है। उत्तर प्रदेश में तीन सेन्टर क्त्रमश: वाराणसी में बीएचयू और कानपुर एवं आगरा में स्थापित किया गया है। बीएचयू को पूवरंचल के ख्ख् जिले में इस सेन्टर के माध्यम से कार्य करने की जिम्मेदारी दी गयी है।