पैथॉलाजी डिपार्टमेंट के प्रो। विजय तिलक व डॉ हेमा ने गोयल ने किया रिसर्च

-इस अवस्था में मरीज की 30 दिन में हो जाती है मौत

VARANASI

बीएचयू के डॉक्टर्स ने एक ऐसी जानलेवा अवस्था (बीमारी) के बारे में जानकारी हासिल की है जिसके बारे में अभी तक पूरी दुनिया अनजान थी। यह अवस्था है इडियोपैथिक फैटल पैनसाइटोपीनिया। इस बीमारी से ग्रस्त भ्भ् वर्ष के पुरुष की ख्ब् दिन इलाज के बाद बीएचयू स्थित सर सुन्दरलाल अस्पताल में मौत हो गई। इस खास अवस्था का पता लगाने वाले पैथालॉजी डिपार्टमेंट के प्रो। विजय तिलक का कहना है कि इस अवस्था का नाम इडियापैथिक फैटल पैनसाइटोपीनिया इसलिये रखा क्योंकि यह बीमारी किन कारणों से होती है इसका अभी तक कुछ पता नही चल पाया है। इस बीमारी में व्यक्ति का हिमोग्लोबिन टोटल ल्यूकोसाइट काउंट व प्लेटलेट्स काउंट बहुत कम हो जाता है।

कई बीमारियों का हो सकतीै लक्षण

प्रोफेसर विजय तिलक बताते हैं कि यह संभव है कि यह अवस्था एक बीमारी ना होकर कई बीमारियों (सिन्ड्रोम) का लक्षण हो सकती है। इस खास अवस्था के बारे में विस्तार से जनरल ऑफ क्लीनिकल एण्ड डाइग्नोस्टिक रिसर्च के जून ख्0क्म् के अंक में प्रकाशित किया गया है। प्रोफेसर विजय तिलक के निर्देशन में डॉ। हेमा गोयल ने इस अवस्था पर मिलकर पर काम किया है।

और रिसर्च की है जरूरत

अपने रिसर्च में उन्होंने पाया कि क्ब् महीने में क्ब्0 पैनसाइटोपीनिया के मरीजों में ब् मरीज इस अवस्था से ग्रस्त थे व सभी चार मरीजों की फ्0 दिन के अन्दर मौत हो गई। प्रोफेसर विजय तिलक का कहना है कि इस अवस्था के बारे में और शोध की जरूरत है जिससे कि उन कारणों का पता चल सके जिसकी वजह से यह अवस्था हो रही है। ताकि मौत का सिलसिला रोका जा सके।