-कैंट स्टेशन कैंपस में ट्रेन्स के स्टेटस को डिस्प्ले किये जाने के लिए लगाया जा रहा है Hi-fi सिस्टम

-तीन एलईडी वॉल सहित चप्पे-चप्पे पर टीवी लगाने का चल रहा काम

-वर्क कम्पलीट हो जाने पर पैसेंजर्स को ट्रेन्स के बारे में जानकारी करने के लिए नहीं होगा भटकना

--PM 22 दिसंबर को कर सकते हैं नयी सुविधा की शुरुआत

VARANASI

कैंट स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर अब ट्रेन्स की लोकेशन मिलेगी। एंट्री प्वॉइंट से लेकर प्लेटफॉर्म तक आपको अपने ट्रेन का स्टेटस मिलता रहेगा। यानि कि यहां ट्रेन्स के बारे में जानकारी करने के लिए आपको भटकना नहीं होगा। जी हां, वह दिन दूर नहीं जब मेट्रो सिटीज की तरह कैंट स्टेशन पर भी पैसेंजर्स को ट्रेन का स्टेटस जानने के लिए लंबी लाइन नहीं लगानी होगी। क्योंकि कैंपस में एक दो नहीं, 98 ट्रेन स्टेटस डिस्प्ले बोर्ड लगाए जा रहे हैं। ये काम पूरा हो जाने के बाद स्टेशन पर हर जगह बड़ी-बड़ी टीवी स्क्रीन पर ट्रेन का अपडेट डिस्प्ले होता रहेगा। इस नई सुविधा की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी के अपने 22 दिसंबर के बनारस दौरे के दौरान किये जाने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि ऑफिसर्स इसकी पुष्टि करने से अभी बच रहे हैं।

95 TV स्क्रीन्स

स्टेशन पर अभी तक मेन वेटिंग हाल में ही एलईडी वॉल है लेकिन जल्द ही इससे भी बड़े तीन डिस्प्ले बोर्ड स्टेशन एरिया में नजर आयेंगे। इनमें से दो एलईडी वॉल सर्कुलेटिंग एरिया में व तीसरा कैंटोनमेंट एरिया स्थित सेकेंड एंट्री की ओर लगाया जा रहा है। दो करोड़ रुपये की लागत का प्रत्येक वॉल नौ बाई 16 फीट का होगा। इसके अलावा स्टेशन कैंपस में 95 टीवी स्क्रीन भी लगाए जा रहे हैं जो 65 व 52 इंच के एलईडी टीवी हैं। ये सभी रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क से जुड़े रहेंगे। इनका मेन सर्वर मुंबई में तो लोकल सर्वर कैंट स्टेशन कैंपस में बन रहा है। मेन सर्वर से ही इनमें डाटा फीड किया जाएगा। जबकि कैंट स्टेशन स्थित सर्वर से केवल इनकी मॉनीटरिंग होगी। स्टेशन मैनेजर के ऑफिस के ऊपर बन रहे सर्वर रूम को अंतिम रूप देने का कार्य भी लगभग पूरा हो चला है।

फ‌र्स्ट फेज में केवल स्टेटस

कैंट रेलवे स्टेशन कैंपस में लग रहे डिस्प्ले बोर्ड का वर्क कई फेज में पूरा होगा। एक्सपर्ट के अनुसार रेलवे डिस्प्ले नेटवर्क प्रोजेक्ट का पूरा फेज कम्प्लीट होने पर यह पैसेंजर्स के लिए बहुत ही उपयोगी होगा। जिसमें सीट की अवेबिलिटी, यूटीएस का स्टेटस, चार्ट, कोच गाइडेंस, लोकल ब्लॉक, ट्रेन एक्सिडेंट सहित कई इंफॉर्मेशन शामिल होंगे। बहरहाल फ‌र्स्ट फेज में ट्रेन्स के आगमन व प्रस्थान की इंफॉर्मेशन ही डिस्प्ले होगी। हाई फाई बोर्ड पर डिस्प्ले होने वाली इंफॉर्मेशन दूर से ही पैसेंजर्स को दिख जाएंगी। उन्हें अपने ट्रेन का स्टेटस जानने के लिए धक्का नहीं खाना होना होगा।

वेटिंग हॉल से प्लेटफॉर्म तक

सर्कुलेटिंग एरिया व सेकेंड एंट्री की ओर जहां बड़ा एलईडी वॉल तो वहीं स्टेशन के वेटिंग हॉल से प्लेटफॉर्म तक टीवी स्क्रीन्स का जाल बिछ रहा है। नाम न लिखने की शर्त पर एक ऑफिसर ने बताया कि स्टेशन कैंपस में बन रहे नये वेटिंग हॉल, मेन बिल्डिंग के ग्राउंड इंक्वायरी हॉल, इंटरनेशनल टूरिस्ट वेटिंग हॉल, रिजर्वेशन सेंटर, यूटीएस काउंटर हॉल, आईआरसीटीसी लाउंज सहित सभी प्लेटफॉर्म पर बड़े-बड़े टीवी लगाये जा रहे हैं। बताया कि जगह की उपलब्धता के अनुसार टीवी स्क्रीन लगाने का काम चल रहा है।

UP में केवल दो स्टेशन

रेलवे ने मॉडर्न डिस्प्ले बोर्ड लगाने के लिए फ‌र्स्ट फेज में पूरे देश के पांच स्टेशंस को चुना है। इनमें यूपी के दो स्टेशंस भी शामिल हैं। इनमें बनारस के अलावा गोरखपुर स्टेशन है। जहां इस तरह के डिस्प्ले बोर्ड लगाने का काम चल रहा है। यहां ट्रायल पूरा होने के बाद ही अन्य स्टेशंस पर ट्रेन के स्टेटस के लिए इस तरह के मॉडर्न डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। एक स्टेशन के प्रोजेक्ट पर एजेंसी लगभग क्भ् करोड़ रुपये खर्च कर रही है। खास बात यह है कि इस पूरे प्रोजेक्ट पर रेलवे का कोई खर्च नहीं हो रहा है। पूरा प्रोजेक्ट फ्री में लग रहा है। उसे केवल अपना प्रिमसेज देना है।

होगी पावर सेविंग

यह प्रोजेक्ट शुरू करने के पीछे केवल पैसेंजर्स को ही सुविधा दिलाना नहीं है बल्कि पावर की सेविंग भी होगी। एक्सपर्ट के अनुसार एक घर में जितनी बिजली खर्च होती है उतना ही पावर लगेगा। क्योंकि पूरा प्रोजेक्ट एलईडी बेस्ड है इसलिए पावर की खपत बहुत ही कम होगी। इससे कम बिजली में ही रेलवे अपने पैसेंजर्स को ज्यादा सुविधा प्रोवाइड करा सकेगा।

पैसेंजर्स की सुविधा के लिए स्टेशन कैंपस में डिस्प्ले बोर्ड लगाने का काम चल रहा है। इसके लग जाने पर ट्रेन का स्टेटस जानने के लिए लाइन नहीं लगानी होगी।

एके लाहोटी, डीआरएम

लखनऊ डिवीजन, नार्दन रेलवे