-चकिया में प्रशासन के उपेक्षात्मक रवैये से क्षुब्ध आंगनबाड़ी उतरी सड़क पर

-कार्य करने के बाद पारिश्रमिक नहीं मिलने पर किया प्रदर्शन

चंदौली : चकिया में प्रशिक्षण की कोरमपूर्ति किये जाने व शासन-प्रशासन के उपेक्षात्मक रवैये से क्षुब्ध आंगनबाड़ी शुक्रवार को सड़क पर उतर गई। तहसील परिसर में शासन-प्रशासन विरोधी नारेबाजी लगाते हुए जुलूस की शक्ल में गांधी पार्क पहुंच कर घंटों प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी कार्यकत्री हम भारत की नारी है फूल नहीं ¨चगारी है, रोजी रोटी जो दे न सके वह सरकार निकम्मी है, वेतन कोई भीख नहीं है ये अधिकार हमारा है। जैसे नारे लगा रही थीं।

दी चेतावनी भी

प्रदर्शनकारियों का कहना रहा कि राशन कार्ड, समाजवादी पेंशन का कार्य हम सबसे कराया गया। आधे अधूरे कार्य के बाद जिम्मेदारी सफाई कर्मी व अन्य को सौंप दी गई। महीनों कार्य करने के बाद पारिश्रमिक नहीं उपलब्ध कराया गया। पल्स पोलियों में ड्यूटी लगा दी जाती है लेकिन फूटी कौड़ी नहीं दी जा रही है। आज तहसील पर बुला लिया गया। किस लिए बुलाया गया, प्रशिक्षण हुआ तो क्या करना है, बताया तक नहीं गया। प्रशिक्षण में बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी। अल्पाहार देने को कौन कहे एक गिलास पानी तक उपलब्ध नहीं कराया गया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि आंगनबाडि़यों के उपेक्षात्मक रवैया को बंद नहीं किया गया तो पंचायत चुनाव बाद वे बड़ा आंदोलन करने को विवश हो जाएंगी। प्रदर्शन करने वालों में कौशल्या देवी, शांति पाल, वीणा सिंह, पुष्पा देवी, माधुरी शर्मा, गीता देवी, नीलम पांडेय, शेहरून निशा समेत सैकड़ों चकिया, शहाबगंज व नौगढ़ की आंगनबाड़ी शामिल रहीं।