-लहरतारा कबीर मठ में खेलते वक्त कुएं में गिरा बच्चा, जान पर खेलकर 70 साल के वृद्ध ने निकाला बाहर, अस्पताल में डॉक्टरों ने डिक्लेयर किया मृत

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अब इसे भगवान का इंसाफ कहें या फिर उस मां-बाप की बदनसीबी जो उनकी आंखों के तारे को मौत के मुंह से बाहर निकालने के बाद भी यम ने उसे नहीं छोड़ा। मामला मंडुआडीह थाना क्षेत्र के लहरतारा स्थित कबीर मठ के पास का है। यहां खेलते वक्त कुएं में गिरने से सिंधोरिया कॉलोनी, शिवदासपुर का आयुष (ढाई वर्ष) की मौत हो गई। आयुष को कुएं में गिरने के बाद क्षेत्र के 70 साल के बुजुर्ग ने कुएं से सही सलामत बाहर निकाला लेकिन अस्पताल में उसे बचाया नहीं जा सका।

मम्मा भईया कहां है कब आयेगा

घर का एकलौता चिराग और अपनी छोटी बहन की आंखों का तारा आयुष शुक्रवार को खेलते वक्त कुएं में गिर गया था। बच्चे केकुएं में गिरते ही हल्ला मच गया। किसी की हिम्मत काम आते न देखकर वहां मौजूद पुजारी सुदर्शन दास 70 वर्ष ने अपने कमर में रस्सी बांधकर कुएं में छलांग लगा दी और बच्चे को लेकर बाहर आ गया। इस बीच सूचना पाकर पाकर बच्चे के माता-पिता मनीष श्रीवास्तव और प्रीति श्रीवास्तव भी वहां पहुच गए बच्चे को लेकर भिखारीपुर स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद घर में कोहराम मच गया। बच्चे की लाश लेकर मां बाप घर पहुंचे तो आयुष की छोटी बहन उसी को तलाशती रही। भाई नहीं दिख रहा था तो बार बार मां से यही पूछती रही मम्मा भईया कब आयेगा कहां है वो बुलाओ न उसे।