-सीरगोवर्धनपुर में संत रविदास जयंती पर लाखों रैदासियों का होगा जुटान

-तो दूसरी तरफ चौंकाने वाली सामने आई है रिपोर्ट

-खुफिया विभाग का है इनपुट, भीड़ में अफवाह फैलाकर भगदड़ करा सकते हैं दहशतगर्द

-जयगुरुदेव के अनुयायियों के साथ हुए हादसे के बाद भी अलर्ट नहीं है प्रशासन

VARANASI

सीरगोवर्धनपुर में चंद दिनों बाद लाखों की भीड़ जमा होगी। संत रविदास के भक्त गुरु के मंदिर में शीश नवाने के लिए पूरी दुनिया से आएंगे। दो किलोमीटर के दायरे में श्रद्धा का संगम होगा। वहीं चौंकाने वाली एक रिपोर्ट भी सामने आई है। वो ये कि इंसानियत के दुश्मनों के लिए ये मौका मुफीद है। खून-खराबा करके दहशत फैलाने का उनका मंसूबा आसानी से पूरा हो सकता है। वो अफवाह फैलाकर भीड़ के बीच भगदड़ मचा सकते हैं। गंगा के रास्ते आकर कोई वारदात कर सकते हैं। खुफिया विभागों से मिले इनपुट के अनुसार दहशतगर्द रविदास जयंती पर लगने वाले मेले में कोई खतरनाक खेल कर सकते हैं। इस इनपुट के बाद पुलिस व अन्य सिक्योरिटी एजेंसिया एक्टिव हो गयी हैं। पूरे एरिया में सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम किए जा रहे हैं। कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु मुस्तैद जवानों की नजरों से बच नहीं सकेगा। बता दें कि चंद महीनों पहले राजघाट पुल पर भगदड़ की हुई दर्दनाक घटना किसी को भूली नहीं है। पुलिस और प्रशासन इस बार किसी तरह की लापरवाही नहीं करना चाहता है।

जुटेगी लाखों की भीड़

इस बार भी संत रविदास जयंती पर सीरगोवर्धनपुर में गुरु के मंदिर में शीश नवाने देश-दुनिया से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के ठहरने और खाने-पीने का इंतजाम होगा। गंगा के नजदीक दो किलोमीटर के दायरे में सैकड़ों छोटे-बड़े टेंट लगाए जा रहे हैं। चार दिन यहां श्रद्धा का मेला लगेगा। आठ से क्ख् फरवरी तक लगभग दस लाख श्रद्धालुओं का रेला इस क्षेत्र में उमड़ेगा। माघी पूर्णिमा पर दस फरवरी को सबसे अधिक भीड़ होगी। सिर्फ इस दिन चार से पांच लाख लोगों के मौजूद रहने का अनुमान है। सबसे अधिक भीड़ पंजाब से आएगी। इसके अलावा हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, राजस्थान समेत देश अन्य स्थानों से भी श्रद्धालु आएंगे। इसके अलावा कनाडा, अमेरिका, इंग्लैंड आदि देशों से भी भक्त आएंगे। इनमें पुरुषों के साथ महिलाओं व बच्चों की संख्या अधिक होगी।

सुरक्षा का कर रहे इंतजाम

-सीरगोवर्धनपुर में दो किमी के दायरे में लगने वाला मेला पूरी तरह से पुलिस की सुरक्षा में रहेगा

-मेला क्षेत्र को इस तरह घेरा जाएगा कि श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए सिर्फ दो से तीन रास्ते ही रहें

-इन रास्तों से गुजरने वालों को डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर से गुजरना होगा, हैंड मेटल डिटेक्टर से चेक किया जाएगा

-मेला क्षेत्र में आने वालों के सामान को चेक करने के लिए स्कैनर लगाया जाएगा

-मेला क्षेत्र में सिविल पुलिस के अलावा पीएसी व पैरामिलिट्री फोर्स भी मुस्तैद रहेगी

-निगरानी के लिए आधा दर्जन वाच टॉवर लगाए जाएंगे।

-वाच टॉवर से सिर्फ दिन ही नहीं रात में भी निगरानी होगी। इस पर तैनात जवान नाइट विजन से लैस होंगे

-सैकड़ों जवानों के साथ ही इंटेलिजेंस की चहलकदमी रहेगी

ये मिला है इनपुट

-रविदास जयंती पर सीरगोवर्धनपुर में लगने वाले मेला में दहशतगर्द गड़बड़ी फैला सकते हैं ऐसे इनपुट इंटेलिजेंस के पास है

-इनपुट के मुताबिक छोटे से एरिया में मौजूद रहने वाली लाखों की भीड़ के बीच अफवाह फैलाकर भगदड़ मचा सकते हैं

-मेला क्षेत्र में बड़े वाहनों को दौड़ाकर दर्जनों लोगों की जान खतरे में डाल सकते हैं

-वाहन में विस्फोटक भरकर या लैंड माइन के जरिए धमाका करके लोगों की जान ले सकते हैं

-आत्मघाती हमला करके खून-खराबा कर सकते हैं

-मेला क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए मुख्य रास्ते के अलावा गंगा के रास्ते का उपयोग कर सकते हैं

-हमला करने के लिए बच्चों या महिलाओं को मोहरा बना सकते हैं

बॉक्स

अभी भूला नहीं है राजघाट हादसा

तीन महीने पहले राजघाट पुल पर दर्दनाक हादसा हुआ था। रामनगर के डोमरी में आयोजित जयगुरुदेव के अनुयायियों के समागम में शामिल होने बड़ी संख्या में श्रद्धालु जा रहे थे। इसी दौरान अफवाह फैली और भगदड़ में ख्7 लोगों की जान चली गई। इसमें प्रशासन और पुलिस की लापरवाही सामने आयी। इंटेलिजेंस ने संत समागम के दौरान गड़बड़ी की आशंका पहले ही जारी कर दी थी। उसके पास इस मामले में पर्याप्त इनपुट थे। इसके बावजूद जिम्मेदार जिम्मेदार लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

बनारस तो पहले ही है निशाने पर

-आधा दर्जन आतंकी वारदात झेल चुका बनारस बेहद संवेदनशील है

-आतंकवादी संगठन हर वक्त इस शहर को निशाना बनाने की फिराक में रहते हैं

-धर्म और पर्यटन के लिए पहचानी जाने वाली नगरी में कोई हादसा पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनता है

-देश के पीएम नरेन्द्र मोदी के बनारस से सांसद चुने जाने के कारण यह शहर और संवेदनशील हो गया है

-आईएसआईएस, सिमी, लश्कर समेत तमाम आतंकी संगठनों से जुड़ाव की वजह से चर्चा में रहने वाला आजगमढ़ बनारस का पड़ोसी जिला है

-नक्सली मूवमेंट वाले जिले चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र से बनारस घिरा हुआ है

-नक्सलियों और आतंकवादी संगठनों की साठगांठ से बनारस को कभी भी दहलाया जा सकता है

ये हैं सुरक्षा के इंतजाम

- मेला क्षेत्र में तैनात होंगे क्000 पुलिसकर्मी

-पूरा मेला क्षेत्र ब्0 सीसी कैमरों से होगा लैस

- छह डोर फ्रेम मेटल डिक्टेटर लगेंगे एंट्री पाइंट्स पर

- क्भ् से ज्यादा एसओ, भ्0 से ज्यादा दरोगा होंगे तैनात

- फ्00 से ज्यादा कांस्टेबल्स और दो कम्पनी पीएसी की भी होगी तैनाती

- ड्रोन से की जायेगी निगरानी

रविदास जयंती पर सीरगोवर्धनपुर में होने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा का पर्याप्त इंतजाम किया जा रहा है। दिन-रात जवान मुस्तैद रहेंगे। गड़बड़ी की आशंका नहीं है। मेले के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं पर निगरानी रहेगी।

राजेश यादव

एसपी सिटी