चुनाव को शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए पुलिस ने की जबरदस्त तैयारी

-गंगा के रास्ते शहर में आने वालों पर होगी तगड़ी निगरानी

VARANASI

गंगा में गश्ती नावें दिन-रात दौड़ रही हैं। जिन घाटों पर नावों का आना-जाना है, उनके किनारे सुरक्षाकर्मी निगरानी कर रहे हैं। गंगा के रास्ते कौन इस शहर में दाखिल हुआ और क्यों? इसकी चुगली मुखबिर कर रहे हैं। ये सब कुछ हो रहा है विधानसभा चुनाव में किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए। शहर में प्रवेश करने के सभी सड़क मार्ग को अपनी निगरानी से सील करने के बाद पुलिस ने गंगा के रास्ते पर भी पैनी नजर गड़ा दी है। नावों के जरिए दूसरे जिलों और प्रदेश से आने वालों को जानकारी ले रही है। यहां से नाव के जरिए दूसरे स्थानों को जाने वालों की छानबीन कर रही है।

आ सकता है संदिग्ध सामान

चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पुलिस के साथ इंटेलिजेंस ने अपनी ताकत झोंक दी है। हाल में इंटेलिजेंस ने एक अलर्ट जारी करके गंगा के रास्ते पर भी निगरानी का सुझाव दिया है। उसके मुताबिक गंगा के रास्ते अवांछनीय तत्व शहर में दाखिल हो सकते हैं। इनके जरिए ऐसी सामग्री आ सकती है जिसका उपयोग चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया जा सकता है। इनमें नशे की सामग्री, नकली नोट, नए नोट का जखीरा, असलहा शामिल हो सकता है। अवांछनीय तत्व और आपत्तिजनक सामग्री सबसे अधिक संभावना बिहार के रास्ते शहर में आने की संभावना है। इलाहाबाद, मिर्जापुर के रास्ते से भी कम संभावना नहीं है।

आसान है लाना

बनारस से गंगा के जरिए कई जिलों और प्रदेश जुड़े हुए हैं। पहाड़ों से निकली गंगा का प्रवाह कानपुर और इलाहाबाद जैसे बड़े शहरों से होते हुए बनारस को पारकर बिहार, पश्चिम बंगाल से बंगाल की खाड़ी तक जाता है। प्राचीन शहर काशी का गंगा के रास्ते कई जिलों और प्रदेश से व्यवसायिक सम्बंध है। नावों पर लादकर अनाज, भवन निर्माण सामग्री, लकड़ी, पत्थर, मछली आदि का आना होता है। इंटेलिजेंस के मुताबिक इनके बीच में ही छुपाकर आपत्तिजनक सामग्री लायी जा सकती है। बड़ी-बड़ी नावों पर लदे इन सामानों की तलाश काफी आसान नहीं है। जब तक नाव से पूरा सामान नहीं उतर जाए तब तक सामानों में क्या है? इसकी जानकारी नहीं ली जा सकती है। नावों से सामान उतारने में काफी वक्त भी लगता है ऐसे में लगातार नजर गड़ाए रखना भी मुश्किल है।

नहीं बच सकेगा कोई

-गंगा में निगरानी के लिए पुलिस ने जबरदस्त इंतजाम किया है

-इसके लिए जल पुलिस का गश्ती दल तैयार किया गया है

-दिन और रात की शिफ्ट में गश्ती दल गंगा के रास्ते शहर में दाखिल होने वाली और यहां से दूसरे शहरों को जाने वाली नावों पर नजर रखेगा

-निगरानी में एनडीआरएफ और पीएससी का उपयोग किया जाएगा -दूसरे शहरों से आने वाली नावों को रामनगर और राजघाट पर रोक लिया जाएगा।

-नाव पर मौजूद सभी व्यक्तियों की आइडेंटिटी चेक की जाएगी

-सामानों के कागजात चेक होंगे। अगर कोई गड़बड़ी होगी मिलती है तो उस नाव को शहर में दाखिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी

-नाइट विजन से लैस गश्ती करते जवानों को धोखा देकर कोई रात के अंधेरे में भी शहर में नहीं आ सकेगा।

घाटों पर रहेगी चौकसी

गंगा में गश्ती के साथ ही पुलिस घाटों पर निगरानी करेगी

-सभी थानों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने क्षेत्र में मौजूद घाटों पर हर वक्त निगाह रखें

-गंगा के रास्ते आने वाला कोई गश्ती दल की नजरों से बच जाए तो घाटों पर उसे रोका जाएगा

-घाटों पर घूमने-फिरने वाले भी पुलिस की निगरानी में रहेंगे

-घाटों पर चौकसी का उद्देश्य यहां पर होने वाले नशे के कारोबार पर रोक लगाना भी है

चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के पुलिस तैयार है। शहर में मौजूद अवांछनीय तत्वों की धरपकड़ की जा रही है। शहर में प्रवेश के हर रास्ते को जबरदस्त निगरानी की जा रही है।

राजेश यादव

एसपी सिटी