- भारी बारिश व जलजमाव के चलते गोदौलिया चौराहे से कुछ दूर बैठ गई 40 फीट सड़क

- निरीक्षण का कोरम पूरा कर लौटे अफसर, 20 घंटे बाद भी नहीं शुरू हो सका काम, पब्लिक बेहाल

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शहर का दिल कहे जाने वाले गोदौलिया चौराहे से महज कुछ कदम की दूरी पर 40 फीट लंबी सड़क धंस गई। शहर के दिल में इस बड़े छेद ने पूरे शहर में हड़कंप तो मचा ही दिया साथ ही क्योटो और स्मार्ट सिटी बनाने के दावे की भी पोल खोल दी। यह हुआ सोमवार की देर रात। राहत इस बात की थी कि ये 12 के पहले नहीं हुआ नहीं तो बाबा दर्शन को आने वाले कांवरिया बड़े हादसे का शिकार बन सकते थे। सड़का का करीब 40 फीट लंबा व 15 फीट चौड़ा हिस्से में 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया। इस वाकये ने पूरे सिस्टम पर ही सवालिया निशान लगा दिया है। बावजूद इसके अधिकारी इतने रिलेक्स दिखे जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं।

पहले आई आवाज और फिर

सोमवार की रात करीब एक बजे तक बाबा दरबार में दर्शन पूजन के लिए भक्तों के आने का सिलसिला जारी था। हरसंदुरी धर्मशाला के सामने बैरिकेडिंग होने के कारण कांवरिया इससे ही जा रहे थे। सब नार्मल था तभी अचानक से जमीन हिलने लगी। जब तक लोग कुछ समझते तेज आवाज के साथ सड़क धंस गई। सड़क धंसने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मंगलवार की सुबह सूचना पर मेयर रामगोपाल मोहले नगर आयुक्त और जलकल के जीएम ने पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

घटना की सूचना सभी अफसरों को दी गई लेकिन कई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे, यह बेहद शर्मनाक है। सरकार को बदनाम करने की दिशा में अफसर काम कर रहे हैं। इसकी जानकारी शासन को दे दी गई है।

रामगोपाल मोहले, मेयर

बारिश के चलते समस्या आ रही है लेकिन पूरी उम्मीद है कि बुधवार की सुबह तक स्थिति सामान्य हो जाएगी।

एसके वर्मन, प्रोजेक्ट मैनेजर, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई

पहले हुआ था काम

लगभग दो माह पूर्व गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई की ओर से ट्रेंचलेस (बिना खोदाई किए सीवर कनेक्शन) वर्क किया गया था लेकिन काम न होने के कारण और सावन के शुरू होने के चलते जैसे-तैसे गड्ढा पाटकर छोड़ दिया। जिससे ये हादसा हो गया।