- गंगा का फिर से बढ़ने लगा जल स्तर

- 24 घंटे में दस सेमी से ज्यादा बढ़ा पानी, वरुणा में भी शुरू हुआ बढ़ाव

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में हो रही बारिश से घट रही गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। सोमवार को जहां वाटर लेवल 63.06 मीटर दर्ज हुआ था वहीं मंगलवार को इसमे करीब दस सेमी का बढ़ाव दर्ज हुआ और वाटर लेवल 63.18 मीटर पर पहुंच गया। गंगा में बढ़ाव से घाटों के बाद एक बार फिर से कुछ घाटों का सम्पर्क टूटने के कगार पर है। आशंका है कि बुधवार को कुछ घाटों का सम्पर्क एक दूसरे से टूट जाएगा। इससे घाट किनारे रहने वालों के साथ सैलानियों से लेकर आमजन की मुश्किलें बढ़नी तय हैं। वहीं फिर से बढ़ाव के बाद प्रशासन ने भी राहत और बचाव कार्य को लेकर प्लानिंग शुरू कर दी है।

तेज होगा बढ़ाव

केन्द्रीय जल आयोग की मानें तो उत्तराखंड में लगातार हो रही बरसात से हालात बिगड़ने लगे हैं। फाफामऊ और मिर्जापुर समेत मैदानी इलाकों में भी बरसात के कारण छोटे-छोटे बांध खोले जा रहे हैं। इस वजह से गंगा में बढ़ाव फिर से शुरू हुआ है जिसके अभी और तेज होने की संभावना है। प्रशासन ने बाढ़ राहत चौकियों से लगायत, नावों का प्रबंध करने और मेडिकल टीम को लगाने की लिए प्लानिंग शुरू कर दी है। गंगा के तेजी से घाटों की ओर बढ़ने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी मणिकर्णिका और हरिश्चन्द्र घाट पर हो रही है। गंगा किनारे घाटों पर चौकी लगाकर पूजा-पाठ करने वाले अब घाट छोड़कर ऊपर की तरफ जा रहे हैं। अस्थाई दुकानदारों ने भी घाटों को छोड़ दिया है।

वरुणा भी डराने लगी

गंगा में बढ़ाव के कारण वरुणा में भी बढ़ाव फिर से होने लगा है। वरुणा से सटे इलाकों में पानी ऊपर चढ़ने से घर छोड़कर गए लोगों की मुसीबतें एक बार फिर बढ़ने लगी हैं क्योंकि पानी नीचे उतरने के बाद कुछ लोग लौट आये थे। जिनको फिर से घर छोड़कर सुरक्षित आशियाने की तलाश करनी पड़ेगी।