-प्रभु यीशू के दर्शन के साथ शुरू होगा क्रिसमस फेस्टिवल

-तीन दिवसीय क्रिसमस मेले का आयोजन कल से

VARANASI

मसीही समुदाय का सबसे बड़ा फेस्टिवल क्रिसमस को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ख्ब् दिसंबर की मिड नाइट प्रभु यीशू के धरती पर आगमन के साथ क्रिसमस फेस्टिवल शुरू हो जाएगा। गिरजाघरों में मसीही समाज के द्वारा मध्य रात्रि में पूजा-विधि (मिस्सा बलिदान) संपन्न होगा। कैंटोनमेंट स्थित बिशप हाउस में शनिवार को वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप डॉ। यूजीन जोसेफ ने मीडिया को बताया कि प्रभु यीशू के जन्म के प्रतीक के रूप में विशेष महिमा गान एवं जयघोष के साथ ही गिरजाघर का घंटा भी बजाया जाएगा। बिशप ने बताया कि इस बार न्यू ईयर की थीम दीन-दुखी की सेवा करना है।

आकर्षण होगा कठपुतली नृत्य

क्रिसमस के अवसर पर सेंट मेरीज महागिरजाघर कैंपस में आयोजित तीन दिवसीय (ख्भ्, ख्म् व ख्7 दिसंबर) क्रिसमस मेले का इनॉगरेशन सोमवार ख्भ् दिसंबर को दोपहर क्ख्.फ्0 बजे बिशप डॉ। यूजीन जोसेफ करेंगे। बिशप ने कहा कि चर्च सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक है। इस मेले में हर साल शहर के सभी धर्म व संप्रदाय के लोग पहुंचते हैं। इसमें शामिल होकर सभी लोग क्रिसमस की खुशी मनाते हुए आपसी भाई-चारे को मजबूत करते हैं। इस बार भी मेले का मुख्य आकर्षण पारंपरिक चरनी, बाइबल प्रदर्शनी, कठपुतली नृत्य व झूलों के साथ ही खान-पान आदि के स्टॉल होंगे।

कैमरे की नजर में होगा कोना-कोना

बिशप ने बताया कि मेले के सफल आयोजन के लिए लोकल पुलिस प्रशासन के साथ ही चर्च के दो सौ महिला-पुरुष कार्यकर्ता लगाए गए हैं। चर्च परिसर का हर कोना सीसीटीवी कैमरों की नजर में है। जिससे पुलिस प्रशासन के लोग अवांछनीय तत्वों की निगरानी करेंगे।

दो जनवरी को समापन

ख्भ् दिसंबर से शुरू हो रहे क्रिसमस समारोह का समापन ख् जनवरी को डीएलडब्ल्यू स्थित सेंट जॉन्स स्कूल में आयोजित दिव्यांग दिवस के साथ होगा। इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक समारोह में दिव्यांग बच्चों की विशेष प्रस्तुति भी होगी।