हर रोज कार और बाइक साफ करने में हजारों लीटर पानी बर्बाद कर देते हैं बनारसी
बोरिंग कराने पर रोक नहीं होने की वजह से लोग खूब कर रहे मनमानी
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हम बेदर्दी से पानी की बर्बादी करते हैं और जब जरूरत पड़ती है तो पानी की कमी का ठिकरा जिम्मेदारों पर फोड़कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेते हैं। बनारस में ग्राउंड वाटर लेवल तेजी से नीचे गिर रहा है इसके बावजूद पानी बचाने को लेकर हम कितने सीरियस हैं इससे ही पता चलता है कि इससे ही पता चलता है कि महज अपनी कार और बाइक को साफ करने में सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद कर देते हैं। औसतन एक दिन की बात की जाए तो हर एक व्यक्ति को 200- 250 लीटर पानी की जरूरत है, लेकिन औसतन प्रतिदिन एक घर में 700 से 800 लीटर पानी की बर्बादी होती है।
संरक्षण का नहीं इंतजाम
कार या बाइक को धोने में इस्तेमाल होने वाला पानी सीधे नाली में जाता है। इससे संरक्षण का कोई इंतजाम नहीं है। यह पानी ग्राउंड वाटर लेवल तक नहीं पहुंचता है। साबुन घुला पानी अगर किसी जल स्त्रोत तक पहुंचता है तो उसे भी बबार्द करता है। घरों में बोरिंग कराने पर कोई रोक नहीं होने की वजह से लोग मनमाने तरीके से बोरिंग कराते हैं और पानी की खूब बर्बादी करते हैं। मोटी कमाई देखकर बड़ी संख्या में व्हीकल वॉशिंग सेंटर शहर में खुल गये।
ग्राउंड वाटर लेवल हो रहा डाउन
आलम यह है कि पानी के यूज से ज्यादा उसकी बर्बादी होने से भूगर्भ जलस्तर भी तेजी से गिर रहा है। शहर के कई इलाकों जैसे चौक, कचहरी, आदि में वाटर लेवल भी नीचे गिरता जा रहा है। दस साल पहले तक इन इलाकों में पानी की प्रॉब्लम नहीं आती थी। लेकिन अब गर्मी के मौसम में इन इलाकों में पानी का संकट देखने को मिलता है। हैरानी की बात तो यह है कि जिन घरों में बोरिंग है, वहां पर पानी की बर्बादी अधिक होती है। बस मोटर ऑन फिर धड़ल्ले से पानी की बर्बादी शुरू कर दी जाती है। जानकारों की मानें तो मोटर ऑन किए जाने के बाद खूब बर्बाद होता है।
-20 मीटर तक गिरा ग्राउंड वाटर लेवल पांच सालों में
-3-4 मीटर तक गिर रहा हर साल वाटर लेवल
-2 लाख से अधिक हैं शहर के घरों में बोरिंग
-1000 लीटर पानी बर्बाद होता एक कार धोने में
-200 लीटर पानी बाइक साफ करने में बर्बाद होता है
-200 से अधिक वॉशिंग सेंटर चल रहे बिना परमीशन शहर में
-40 प्रतिशत आबादी को नहीं मिला पा रहा है जरूरत के मुताबिक पानी
-326 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो रोज होती है जलकल की ओर से
-125 एमएलडी पानी नदी के जरिये होता है
-201 एमएलडी पानी नलकूपों से मिलता है
-130 लीटर प्रतिदिन प्रतिव्यक्ति पेयजल की उपलब्धता होनी चाहिए
-200 लीटर की डिमांड है हर रोज
-1.58 लाख पेयजल कनेक्शनधारक हैं शहर में
-30 फीसदी से ज्यादा लीकेज व अन्य कारणों से पानी बर्बाद होता है पानी
जानकर आश्चर्य होता है कि महज गाडि़यां साफ करने के लिए लोग हर रोज हजारों लीटर पानी बर्बाद कर देते हैं। इसे रोकना चाहिए।
चंद्रकिशोर, दुर्गाकुंड
पानी के इस्तेमाल के लिए सख्त नियम बनाने चाहिए और उसका पालन सुनिश्चित कराना चाहिए। आने वाले कल के लिए यह जरूरी है।
जितेन्द्र, लंका
पानी की बर्बादी को रोकना जरूरी है। हमें पानी की अहमियत समझनी चाहिए। पूरी दुनिया इसके संरक्षण के लिए गंभीर है लेकिन हम लोग बिल्कुल भी नहीं।
दीपक, लक्सा