-फेमस एक्टर शरमन जोशी के बेहतरीन अभिनय के दर्शक हुए कायल

-संगीत मर्मज्ञों ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध

VARANASI

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के छठें दिन बीएचयू में संस्कृति की अविरल गंगा प्रवाहमान रही। एक ओर जहां फेमस बॉलीवुड एक्टर शरमन जोशी ने खुद के निर्देशित नाटक में बेहतरीन अभिनय कर दर्शकों की वाहवाही बटोरी तो दूसरी तरफ अन्य मंचों पर दुर्गा जसराज जैसी ख्यातिनाम कलाकारों की उपस्थित ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी।

शरमन की शानदार अदाकारी

स्वतंत्रता भवन में शाम को शरमन जोशी निर्देशित व अभिनीत 'राजा राजू राजा राम और मैं' का मंचन हुआ। खास बात यह रही कि चारों पात्रों को शरमन ने खुद प्रस्तुत किया और दर्शकों को खूब हंसाया। कहानी में बुढ्डा मदन को उसकी वाइफ द्वारा मार देने और उसकी लाश को ठिकाने लगाने को बहुत ही रोचक तरीके से मंचन किया गया है। खास यह रहता है कि सुखनंदानी मरने से पहले अपनी वसीयत बनाकर जाता है पूरी कहानी इसी वसीयत के इर्द गिर्द घूमती है। इस मौके पर प्रो। रॉयना सिंह, प्रो। रीता सिंह, डॉ। निधि सुनहरे, वालंटियर प्रभारी हर्ष जायसवाल आदि मौजूद थे।

संगीत की भी बही बयार

शास्त्रीय गायन प्रस्तुति के क्रम में पं। ओंकारनाथ ठाकुर ऑडिटोरियम में पं। राहुल व रोहित मिश्र बंधुओं ने ठुमरी गायन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। सितारवादक पं। नीलाद्री कुमार ने सितार के तारों को झंकृत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रख्यात शास्त्रीय गायक पं। उल्हास कशलकर और पं। सुरेश तलवलकर जैसे फेमस कलाकारों की प्रस्तुति भी खास रही। दुर्गा जसराज व प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक साजन मिश्रा ने कार्यक्रम को खास बना दिया। इसी क्रम में बाल फिल्मोत्सव के समापन समारोह में बीएचयू के वीसी प्रो। गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने शिरकत की।

इसके पूर्व फेमस एक्टर मनोज जोशी ने भी स्टूडेंट्स से बात की। अंतिम दिन फ्लिम 'छुटकन की महाभारत' का प्रदर्शन किया गया। जो अपने पिता के देहावसान के बाद अपने रिश्तेदारों से प्रताडि़त होता है।

बॉक्स

नाराज दर्शकों ने ताेड़ा गेट

स्वतंत्रता भवन में फिल्म एवं थियेटर अभिनेता शरमन जोशी के नाटक मंचन के दौरान बवाल हो गया। भीड़ अधिक होने के कारण हाल के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए थे। इसके बाद कुछ स्टूडेंट्सा आए और पहले तो दरवाजा खुलवाया, लेकिन जब दरवाजा नहीं खोला गया तो पैर से मार कर तोड़ दिया। हालांकि उनको स्थान मिल जाने के बाद मामला शांत हो गया। अधिक भीड़ होने का कारण पाश्‌र्र्व गायक कैलाश खेर के कार्यक्रम का आयोजन था लेकिन वो नहीं आये।