- संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में उपाधियां डिजिलॉकर में अपलोड होनी शुरू

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों को अब उपाधियों के लिए भटकना नहीं होगा। राजभवन के निर्देश पर उपाधियां डिजिलॉकर (डिजिटल लॉकर) में अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विद्यार्थी अपने आइडी-पासवर्ड के जरिए उपाधियां डाउनलोड कर सकेंगे। ऐसे में अब छात्रों को परंपरागत के साथ ही डिजिटल उपाधियां भी मिलेंगी।

नैड में रजिस्ट्रेशन हुआ

डिजिटल उपाधियां निर्गत करने के लिए विश्वविद्यालय नेशनल एकेडमी डिपाजिटरी (नैड) में रजिस्ट्रेशन भी करा चुका है। एकाउंट ओनर की जिम्मेदारी परीक्षा नियंत्रक को सौंपी गई है। वहीं डिजिटल लाकर को संचालित करने की जिम्मेदारी उप कुलसचिव केशलाल, प्रोग्रामर मोहित मिश्र व कंप्यूटर आपरेटर देवेंद्र कुमार जायसवाल को सौंपी गई है।

::: कोट :::

डिजिलाकर में वर्ष 2015 से शास्त्री-आचार्य सहित अन्य की उपाधियां अपलोड की जाएंगी। इस प्रकार करीब एक लाख 25 हजार छात्रों की उपाधियां अपलोड होनी है।

- प्रो। हरेराम त्रिपाठी, कुलपति