-आईटीआई करौंदी में बने टेस्टिंग ट्रैक पर पहले मेन ऑफिस के आवेदक देंगे परीक्षा

-सिटी ऑफिस को अभी नहीं किया जाएगा ट्रांसफर, इससे शहर के लोगों को होगा फायदा

डीएल से जुड़े सभी कार्यो को ऑनलाइन करने के साथ ही अब टेस्ट जरूरी कर दिया गया है। इसके बाद से बनारस में भी तैयारी शुरू हो गयी है। इसके लिए आइटीआइ कॉलेज, करौंदी कैंपस में टेस्टिंग टै्रक भी बना लिया गया है। जहां 15 जुलाई से ड्राइविंग लाइसेंस चाहने वालों का टेस्ट होने लगेगा। अब बिना ट्रैक पर टेस्ट के डीएल नहीं बन पाएगा। हालांकि आरटीओ के हरहुआ में स्थित ऑफिस को ट्रांसफर किया जा रहा है। जबकि सांस्कृतिक संकुल स्थित सिटी ऑफिस को अभी करौंदी नहीं ले जाया जा रहा है। इससे शहर के लोगों को करीब 15 किमी का चक्कर नहीं काटना होगा।

नहीं काटने होंगे के चक्कर

ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लोगों को पहले 18 किमी का चक्कर काटना पड़ता था। इससे निजात दिलाने के लिए सरकार की पहल पर पांच साल पहले संकुल में सिटी ऑफिस खोला गया। जिससे लोगों को बहुत राहत मिली। अब एक बार फिर मेन ऑफिस में बनने वाले डीएल के कार्य को करौंदी में ट्रांसफर किया जा रहा है। ऐसे में शहर के लोगों को 15 किमी का चक्कर नहीं काटना होगा। उनका डीएल से जुड़ा कार्य शहर में ही हो जाएगा। जबकि अन्य लोगों को 18 से 20 किमी की दौड़ लगानी होगी।

ट्रैक पर टेस्ट हुआ जरूरी

सरकार ने लाइसेंस बनवाने या इससे जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए कई कदम उठाए हैं। आरटीओ से जुड़ी कई सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया है, जिससे घर बैठे ही सारे काम किए जा सकते हैं। इसमें लाइसेंस बनवाने के लिए नए नियम का नोटिफिकेशन जारी किया है। इन नियम के बाद अब डीएल चाहने वाले को ट्रैक पर टेस्ट देना जरूरी कर दिया गया है। इसी क्रम में डीएल का कार्य मेन ऑफिस में बंद हो जाएगा। अच्छा यही है कि अभी तक सिटी ऑफिस में यह कार्य चलता रहेगा।

वरुणापार के लोगों को होगी मुश्किल

आरटीओ के मेन ऑफिस से ड्राइविंग लाइसेंस का कार्य करौंदी में ट्रांसफर होने से एक तरफ जहां लोगों को आसानी होगी तो वरुणापार की बड़ी आबादी को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस एरिया में लगभग 10 लाख की आबादी निवास करती है। इससे अगल बगल के गांव भी जुड़े हैं। बहरहाल जब तक सिटी ऑफिस को आइटीआइ करौंदी नहीं भेजा जा रहा है तब तक वरुणापार के लोगों को अपना डीएल बनवाने में थोड़ी राहत होगी।

पीडब्ल्यूडी ने किया हैंडओवर

पीडब्ल्यूडी ने आरटीओ को आइटीआई करौंदी में बने ड्राइविंग लाइसेंस ट्रेनिंग सेंटर को सोमवार को हैंडओवर कर दिया। हालांकि यहां पर 15 जुलाई से परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस के सभी काम करना शुरू कर देगा। नये ऑफिस में कंप्यूटर, फर्नीचर, कैमरा समेत अन्य सामान पहुंचने लगे हैं। बता दें कि ड्राइविंग लाइसेंस ट्रेनिंग सेंटर का पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों लोकार्पण होना है। सेंटर 444.70 लाख रुपये में बनाया गया है।

बिना टेस्ट के अब डीएल नहीं

अब तक बिना टै्रक पर टेस्ट के ही डीएल जारी कर दिया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। आईटीआई करौंदी में बने ट्रेनिंग सेंटर में डीएल टेस्ट के लिए चार और दो पहिया के लिए अलग-अलग ट्रैक बनाए गए हैं। हैवी डीएल के लिए अलग ट्रैक है। यहां डीएल चाहने वाले को ट्रैक पर गाड़ी चलाकर दिखाना होगा। ट्रैक पर गाड़ी न चला पाने वाले को फेल कर दिया जाएगा। इसके पीछे रोड पर एक्सीडेंट को रोकना है।

वर्जन

डीएल के लिए पहले मेन ऑफिस के आवेदकों का करौंदी में बने ट्रैक पर टेस्ट लिया जाएगा। इसके बाद ही सिटी ऑफिस को भी ट्रांसफर किया जाएगा। 15 जुलाई से यहां डीएल बनने लगेगा।

-सर्वेश चतुर्वेदी, एआरटीओ प्रशासन