-कोरोना काल में लापरवाही बरतना अधिकारियों पर पड़ा भारी

-डीएम ने कारण बतायो नोटिस जारी कर मांगा जल्द जवाब

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस में लापरवाही बरतने पर डीएम कौशलराज शर्मा ने स्वास्थ्य और परिवहन विभाग के चार अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी की है। नोटिस का स्पष्ट जवाब नहीं देने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।

19 एंबुलेंस ही दे सके एआरटीओ

डीएम ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी एके राय को निर्देश दिया था कि जिले के 13 थानों पर 39 एंबुलेंस की व्यवस्था कराएं। जिससे कोरोना संक्रमित मरीजों को आसानी से अस्पताल पहुंचाया जा सके। तीन दिन में केवल 19 एंबुलेंस आ सकी। जबकि जिले में 450 एंबुलेंस रजिस्टर्ड है। सभी अस्पताल संचालकों को एंबुलेंस के लिए नोटिस तामिल नहीं कराया गया, इससे लापरवाही साफ दिखाई पड़ती है। जिसके बाद एआरटीओ को नोटिस दी गयी।

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मरीजों को परेशानी

डीएम ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी कोविड चिकित्सालय डा। एके मौर्या को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। क्योंकि सेंट मैरी हॉस्पिटल कोरौता को नोवल कोरोना वायरस का आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है। यहां मरीजों के खान-पान, शुद्ध पेयजल आदि की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई है। चयनित कैटरर्स की ओर से मीनू के अनुसार खाद्य सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। डाक्टरों और पैरामेडिकल द्वारा वार्ड में दौरा नहीं किया जा रहा है। लापरवाही के चलते शासन-प्रशासन की छवि धूमिल हुई है।

नहीं करा सके सीवर की सफाई

डीएम ने डीडीयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा। वी शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कोरोना वायरस महामारी में अस्पताल को कोविड-2 सेंटर घोषित किया गया है। अस्पताल में 10 दिनों से सीवर लाइन टूटी है और उसे दुरुस्त कराने का निर्देश दिया गया था। लेकिन अभी तक मरम्मत नहीं हो सका। इसके चलते प्राइवेट वार्ड के 10 बेड स्थापित नहीं हो सके जबकि जिले में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है।