-लोहिया गांव में आयोजित चौपाल में डीएम संग पहुंचीं नोडल अधिकारी व प्रमुख सचिव

-आर्थिक अभाव में जी रहे दिव्यांग को फ्री बिजली कनेक्शन का दिया आदेश

-हर शिकायत पर अधिकारियों को किया कटघरे में खड़ा, मांगा जवाब

VARANASI

प्रधान जी, गांव की जनसंख्या कितनी है? इस सवाल का जवाब देने में असहज महसूस कर रही प्रधान मंजू देवी को देख प्रमुख सचिव ने दो टूक कहा कि गांव की जनता ने आपको प्रतिनिधि बनाया है। काम करना सीख लें, वरना जवाबदेही से बच नहीं पाएंगी। प्रधान प्रतिनिधि को हस्तक्षेप न करने का निर्देश दिया। गुरुवार को डीएम विजय किरन आनंद संग नोडल अधिकारी और महिला व बाल कल्याण, खादी ग्रामोद्योग विभाग की प्रमुख सचिव मोनिका गर्ग भी लोहिया गांव भगवानपुर में लगी जन चौपाल में फरियाद सुनने पहुंची थीं। चौपाल में शिकायत भी सुनी गई और उसका निस्तारण भी हुआ। पब्लिक की हर शिकायत पर प्रमुख सचिव ने अधिकारी को कटघरे में खड़ा किया और जवाब-तलब किया।

शिकायतों का हुआ निस्तारण

बड़ागांव ब्लॉक के लोहिया गांव भगवानपुर में आयोजित जन चौपाल में गांव में बिजली कनेक्शन न होने पर डीएम ने कैंप लगाकर कनेक्शन देने का निर्देश दिया। साथ ही ग्रामीणों को चेतावनी दी कि अगर अवैध कनेक्शन मिला तो कार्रवाई की जाएगी। चौपाल में रामपुर के दिव्यांग सादिक के आर्थिक अभाव के चलते बिजली कनेक्शन न लेने की बात पर डीएम ने एसडीएम को फ्री कनेक्शन देने को कहा। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को बारिश के पहले सड़क दुरुस्त करने का निर्देश दिया। गांव में तीस जून तक दो नए हैंडपंप रिबोर करने का भी निर्देश दिया। गांव में छह अतिकुपोषित और क्8 आंशिक कुपोषित बच्चों को समुचित पुष्टाहार दिये जाने का स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया।

कैम्प लगाकर बनाएं पेंशन कार्ड

चौपाल में डीएम ने कैंप लगाकर जॉब कार्ड, वृद्धा, विधवा पेंशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया। महिलाएं प्रमुख सचिव के सामने आवास न होने की बात कह कर रोने लगीं, इस पर उन्होंने तुरंत बीडीओ को सूची बनाकर मानक के अनुरूप आवास उपलब्ध कराने को कहा। गांव के छेदी पटेल ने दो दिव्यांग बेटों की समस्या बताते हुए कहा कि सूरज का विकलांग सर्टिफिकेट नहीं बना है तो धर्मेद्र के पास होने के बावजूद पेंशन नहीं मिल रही है। इस पर डीएम ने सीएमओ को एक सप्ताह के अंदर सर्टिफिकेट बनाने और समाज कल्याण अधिकारी को पेंशन देने का निर्देश दिया।

बस ख्ख्8 डिलीवरी, कुछ गड़बड़ है

चौपाल के बाद प्रमुख सचिव का काफिला बड़ागांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। यहां रजिस्टर चेक कर प्रमुख सचिव ने ख्ख्8 डिलीवरी देख सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि कुछ तो गड़बड़ी है। हॉस्पिटल में पांच एंबुलेंस, दस ड्राइवर और ख्क्7 आशा बहु होने के बावजूद डिलीवरी की संख्या इतनी कम चिंताजनक है। जननी सुरक्षा योजना पर अधिक बल देने का सीएमओ को निर्देश देते हुए प्रमुख सचिव लेबर रूम जा पहुंचीं। जहां एक महिला एडमिट थी। कम उम्र में दूसरा बच्चा होने की जानकारी पर प्रमुख सचिव ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को जमकर फटकार लगाई और कहा कि अगर अवेयर किया होता तो ऐसा नहीं होता। इसके बाद प्रमुख सचिव ने राजकीय पॉलीटेक्निक का भी इंस्पेक्शन किया।