- आसमानी कवच तैयार करेंगे 12 ड्रोन

- चारों दिशाओं में करेंगे रखवाली

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आसमान से लेकर जमीन तक सुरक्षा कवच तैयार किया जा चुका है। जमीन में एसपीजी के साथ पुलिस बल हर मोर्चे से लोहा लेने के लिए तैयारी रहेगा, वहीं आसमान से निगेहबानी ड्रोन करेगा। 12 ड्रोन पीएम की परछाई की तरह हवा में मड़राते रहेंगे। ड्रोन से पल-पल की ली जा रही तस्वीरों पर नजर बड़े-बड़े मॉनिटरों से रखी जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जुलाई को वाराणसी पहुंचेंगे। इस दौरान वे 5 घंटों के दौरान कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री के लिहाज से सुरक्षा व्यवस्था कई चक्रों पर रहेगी। इसमें आसमान से भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। आसमान से अचूक नजर रखने के लिए हाई रिज्यूलेशन कैमरे से लैस ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। 12 अत्याधुनिक ड्रोन पीएम की सुरक्षा में लगाए जाएंगे। ये पीएम मोदी के पल-पल साथ रहेंगे और हवा में मंडराते रहेंगे। इस दौरान हर गतिविधि को अपने कैमरे में कैद कर लेंगे। पीएम का आसमानी सुरक्षा कवच पूरी तरह से सुदृढ़ और अभेद बनाया जा रहा है।

500 मीटर का होगा कवच

पीएम मोदी का आसमानी सुरक्षा कवच 500 मीटर दायरे का होगा। वे जहां-जहां कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। उस स्थान के कम से कम पांच सौ मीटर दायरे को 12 ड्रोन अपने घेरे में ले लेंगे। हर पल को अपने कैमरे में कैद करते रहेंगे। इन सभी कैमरों के फुटेज कंट्रोल रूम में लाइव दिखाई देते रहेंगे। इन फुटेज पर सुरक्षाकर्मी कड़ी नजर रखेंगे। कहीं भी सुरक्षा के लिहाज से कोई गड़बड़ी दिखाई दी, तो तत्काल जमीनी फोर्स हरकत में आ जाएगी और चंद मिनटों में अभेद किला तैयार कर दी गई।

चारों दिशाओं में रहेगा घेरा

12 अत्याधुनिक ड्रोन को आसमान में इस तरह उड़ाया जाएगा कि ये चारों दिशाओं में उड़ान भरते रहें। ये पीएम के आगे-पीछे, दाएं और बाएं में बंटकर चारों तरफ से सुरक्षा में लगे रहेंगे। ये अपनी दिशा में एक तय दूरी तक जाएंगे और आसपास के इलाकों की तस्वीरों को कैद भी करेंगे।

ड्रोन से बचना होगा मुश्किल

ये ड्रोन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। इनमें हाई रिस्यूलेशन के कैमरे लगे होंगे, जो जमीन में छुपी चीज को भी आसानी से कैमरे में कैद कर लेंगे। इतना ही नहीं संदिग्ध व्यक्ति पर नजर पड़ते ही उसकी फोटो के साथ पूरी जानकारी कंट्रोल रूम तक पहुंचा देंगे। ड्रोन के काफी उंचाई तक उड़ने की क्षमता होगी और ये कई घंटों तक उड़ने में सक्षम हैं।