सिटी में ट्रैफिक जाम का सबब बन रही हैं कई थानों के बाहर सीज्ड हुई गाडि़यां

कबाड़ में तब्दील हो चुकी गाडि़यों को हटाने का कई बार दिया जा चुका है आदेश लेकिन नहीं हुआ असर

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ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ : अपने शहर के सांसद और देश के पीएम सफाई को लेकर काफी जागरुक हैं। यही वजह है कि पिछले दिनों उनके आने से पहले पूरे शहर को चमकाने का काम जोर शोर से हुआ और कबाड़ का जुगाड़ कर उसे साइड कर दिया गया लेकिन पीएम के स्वच्छ भारत अभियान की इस अपील का असर अपने शहर के पुलिस विभाग पर होता नहीं दिख रहा है। यही वजह है कि पुलिस विभाग की ओर से शहर के हर थाने के बाहर दुनिया भर का कबाड़ पड़ा सड़ रहा है और इनका जुगाड़ करने वाला कोई नहीं है। ये कबाड़ कुछ और नहीं वो गाडि़यां हैं जिनको पुलिस की ओर से पिछले दिनों सीज्ड कर थानों पर रखा गया था।

नीलामी हुई न डिस्पोजल

थानों के बाहर और अंदर सीज्ड हुई गाडि़यों के रुप में सड़ रहे कबाड़ का जुगाड़ करने के लिए कई अधिकारियों ने प्रयास किए लेकिन ये प्रयास फेल हो गए। बीते सालों तत्कालीन एसएसपी अजय कुमार, आईजी जीएल मीणा और डीएम प्रांजल यादव ने थानों के बाहर सीज्ड हुई गाडि़यों के इस कबाड़ को हटाकर साफ सफाई कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद लक्सा थाने से इस अभियान की शुरुआत भी हुई और थाने के बाहर मौजूद गाडि़यों का कबाड़ हटा दिया गया। इसके बाद ये अभियान कुछ जगहों पर तो जारी रहा लेकिन फिर अचानक ठप पड़ गया और अब आलम ये है कि सिगरा, कैंट, लक्सा, जैतपुरा, भेलूपुर और महमूरगंज चौकी के बाहर जब्त हुई गाडि़यां पड़ी सड़ रही हैं। इनसे गंदगी तो हो ही रही है साथ ही साथ सड़क पर ट्रैफिक भी प्रभावित हो रहा है।

हालात है खराब

- जिले में अधिकतर थानों के बाहर और अंदर सालों से पड़ी हैं पकड़ी गई गाडि़यां

- 2012 में हुई थी गाडि़यों की नीलामी इसके बाद से नहीं हुई इस कबाड़ के लिए कोई कार्रवाई

- सिगरा थाने के सामने और बाहर रोड के दोनों और कई पकड़ी गई ट्रक, बस, कार और बाइक किए हुई हैं रोड जाम

- कैंट थाने के बाहर भी काफी लंबे वक्त से पड़े हैं सीज्ड हुए कई वाहन

- भेलूपुर थाने के बाहर कबाड़ हो चुकी सीज्ड गाडि़यां करती हैं पूरे इलाके को जाम

- नियम के मुताबिक निर्धारित वक्त तक वाहन स्वामी के न आने के बाद इन गाडि़यों को नीलाम करने का है प्रावधान

- ज्यादा पुरानी होने पर गाडि़यों को कराया जाता है डिस्पोजल

- लेकिन लंबे वक्त से थानों के बाहर और अंदर मौजूद सीज्ड गाडि़यों को लेकर नहीं हुई है कोई कार्रवाई