-कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर मस्जिद में रोक के चलते मुस्लिम समुदाय बना रहा मन

-इस साल भी मस्जिद में निर्धारित संख्या में ही नमाज अदा करने की रहेगी छूट

शहर में ईद-उल-अजहा की तैयारी अंतिम दौर में है। मुस्लिम फेमिली से लेकर प्रशासन ने लगभग पूरी तैयारी कर ली है। पिछले साल की तरह इस साल भी बकरीद पर कोरोना महामारी का साया है। इसको देखते हुए प्रोटोकॉल का इस बार भी पालन करना होगा। इसके लिए प्रशासन की ओर से बकायदा गाइडलाइन तैयार की गई है। इसके तहत इस साल भी निर्धारित संख्या में ही लोग मस्जिद में नमाज अदा कर पाएंगे। जबकि अन्य लोग घर पर ही अल्लाह की इबाबत करेंगे। वहीं मिलने जुलने पर भी कोरोना नियमों का प्रभाव रहेगा।

घर पर ही अदा होगी नमाज

कोरोना संक्रमण को देखते हुए खुद मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने घर पर ही नमाज अदा करने का प्लान बनाया है। क्योंकि मस्जिदों में लोगों के जाने से महामारी का अंदेशा रहेगा। ऐसे में सिर्फ 50 लोग ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदा करेंगे। इस बीच अन्य लोग घरों से लाइव नमाज अदा कर सकेंगे। इसकी व्यवस्था की जा रही है। जिससे वो सीधे घर पर ही मस्जिद में चल रहे कार्यक्रम से जुड़ जाएं।

सुबह सात बजे से नमाज

जिले की विभिन्न मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज 21 जुलाई को सुबह सात बजे से होगी। इसके लिए शहर की कई मस्जिदों में तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। सोमवार देर शाम तक मस्जिदों में साफ सफाई का कार्य चलता रहा। कई जगहों पर अगले दिन भी मस्जिदों व घरों में साफ सफाई होगी। हालांकि इस बार लगभग सभी जगह भीड़ न के बराबर रहेगी। इसलिए तैयारी को लेकर बहुत उत्साह नहीं देखा जा रहा है।

गली-गली बिके बकरे

बेनियाबाग में पाìकग निर्माण के चलते इस बार बकरा मंडी नहीं लग पा रही है। ऐसे में मुस्लिम बहुल मोहल्लों में छोटे-छोटे मैदान अब बकरा बाजार में तब्दील हो गए हैं। ईद-उल-अजहा के मद्देनजर घनी आबादी वाले मोहल्लों में या तो व्यापारी घूम-घूमकर बकरे बेच रहे हैं या फिर खाली स्थानों पर छोटे-छोटे बाजार सजा दिए गए हैं। बाजार मैदान, बकरियाकुंड, दोषीपुरा, जलालीपुरा, कोयला बाजार, काली महल, लोहता आदि क्षेत्रों में दिन भर खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है।

गोरखपुर से बहराइच तक

शहर के विभिन्न एरिया में लगने वाले बकरों के छोटे-छोटे बाजारों में गोरखपुर, इटावा, मैनपुरी, कानपुर, बहराइच, मऊ, कन्नौज, फतेहपुर सहित पश्चिमी यूपी के बरबरी (देशी नस्ल) के बकरों की भरमार है, जिनकी कीमत आठ-दस हजार से शुरू हो रही है। तोतापरी, अजमेरी, जमुनापारी के साथ ही बिक्री के लिए भेड़ पहुंची हैं। अच्छी नस्ल व कद-काठी वाले बकरों की कीमत 40 से 45 हजार रुपये तो भेड़ों की कीमत 10 से 30 हजार रुपये लगाई जा रही है।