- विधानसभा चुनावों को लेकर बसों, इनोवा, सूमो समेत लग्जरी गाडि़यों के अधिग्रहण की कार्रवाई में जुटा प्रशासन

- बड़ी गाडि़यां पांच मार्च से प्रशासन लेगा अपने कब्जे में, वाहन स्वामियों को भेजा जा रहा लेटर

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अगर आपके पास बड़ी गाडि़यां हैं और इसे ट्रैवल या फिर टूरिस्ट व्हेकिल के तौर पर यूज कर रहे हैं तो फिर तैयार हो जाइये इन्हे प्रशासन को सौंपने के लिए। क्योंकि विधानसभा चुनावों को लेकर प्रशासन बड़ी और लग्जरी गाडि़यों के अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर चुका है। दरअसल विधानसभा चुनाव में पोलिंग पार्टियों की रवानगी से लेकर ऑव्जवर्स के लिए छोटे-बड़े वाहनों की बड़ी संख्या में जरुरत होती है। इसके लिए प्रशासन ने गाडि़यों के अधिग्रहण को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।

बसें चाहिए ज्यादा

जिला निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक पोलिंग पार्टियों के रवानगी के लिए जिले को 727 छोटी- बड़ी बस की जरूरत है। इसके अलावा सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट के लिए कितने वाहन की आवश्यकता होगी, अभी इसका आकलन चल रहा है। विस चुनाव वाहन अधिग्रहण के प्रभारी अधिकारी व सिटी मजिस्ट्रेट रामकेर यादव ने बताया कि जिले में एक साथ छह पोलिंग पार्टियों की रवानगी के लिए सबसे बड़ी यानी 52 सीट वाले 74 बस की जरूरत पड़ेगी। इसी तरह पांच पोलिंग पोर्टियों की रवानगी के लिए इससे छोटी 136, चार पोलिंग पार्टियों की रवानगी को 241 व 213 सबसे छोटी बस की जरूरत है। इन बसों के अधिग्रहण के लिए विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आरटीओ के माध्यम से वाहन स्वामियों को पत्र भेजा जा रहा है। पांच मार्च को इन बसों को मुख्यालय पर लाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाएगी।

छोटी गाडि़यां भी होंगी कब्जे में

इसके अलावा सेक्टर व जोनल समेत अन्य अधिकारियों के लिए छोटे वाहन का आकलन अंतिम दौर में है। शीघ्र जरूरत मुताबिक इनके अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। जरूरत मुताबिक छोटी गाडि़यां जिले से ही अधिग्रहित होंगी। बड़ी बसों के लिए अन्य जिलों का भी सहारा लेना पड़ेगा। इस बाबत टीम पूरी तरह सक्रिय है।