पार्को का हो रहा सुंदरीकरण लेकिन उनके इर्द-गिर्द जमा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती
-अतिक्रमण की वजह से नजर नहीं आते हैं पार्क
VARANASI
सीन-क्
सिगरा स्थित गुलाब बाग उद्यान को रच-रचकर सजाया गया है। फूलों की अच्छी क्यारियां हैं, जिधर नजर दौड़ाओ उधर हरियाली है। लोगों के पैदल चलने के लिए पाथ भी बनाया गया है लेकिन ये क्या रोड से देखने पर तो कहीं पार्क नजर ही नहीं आ रहा है। आए भी कैसे इसके चारों तरफ गुमटी, ठेला-खुमचा वालों ने कब्जा जो जमा रखा है। कोई पार्क के अंदर जाना चाहे तो उसे मेन गेट खोजना पड़ता है।
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मैदागिन पर फेमस कम्पनी बाग है। लेकिन इस शहर से अनजान कोई उसे खोजने की कोशिश करे तो मायूस होता है। बड़े एरिया में बसे इस पार्क के चारों तरफ अवैध कब्जेदार जमे हैं। उन्होंने अपनी दुकानों ठेलों को इस कदर सजा दिया है कि उनके पीछे इतना खूबसूरत पार्क है पता ही नहीं चलता है। बेहद भीड़भाड़ वाले इस इलाके में हर रोज हजारों लोग अलग-अलग मकसद से आते हैं। अगर उन्हें पार्क नजर आ जाता तो उसमें जाकर सुकून के दो सांस ले पाते।
ये सीन बताने के लिए काफी हैं कि शहर में पार्को की क्या दशा है। भले ही उन्हें सजाने-संवारने के लिए खूब कवायद हो रही है लेकिन उनके इर्द-गिर्द जमा अतिक्रमण को हटाया नहीं जा रहा है। अगर कभी किसी अभियान के तहत उन्हें हटाया भी गया तो थोड़ी ही देर में स्थिति पहले जैसी हो जाती है। जिस शहर में सुकून के वक्त गुजराने के लिए जगह बमुश्किल मिलती है वहां पार्को का अतिक्रमण की वजह से लापता हो जाना दर्दनाक है।
कब पड़ेगी इन पर नजर
शहर में लगभग सवा सौ पार्क मौजूद हैं। इनके रख-रखाव की जिम्मेदारी नगर निगम के पास है। शहर के विकास के इस दौर में पार्को के दिन भी बहुर रहे हैं। निजी संस्था, प्राइवेट कम्पनियों के सहयोग से नगर निगम इन्हें सुंदर बनाने की प्रक्रिया में लगा हुआ है। उनमें सुंदर पौधे लगाए जा रहे हैं। पाथवे बनाया जा रहा है और लाइटिंग का इंतजाम किया जा रहा है। लेकिन लगभग सभी पार्को के बाहर और भीतर अवैध कब्जा है। कब्जेदारों ने पार्को की बाउंड्री से लगाकर दुकानें सजा दी हैं। जिनके सिर पर छत नहीं उन्होंने पार्को के बाहर और भीतर आशियाना बना लिया है। मेन रोड पर मौजूद यह नजारा हर किसी के सामने है। लेकिन इसे हटाने के लिए प्रयास नहीं किया जाता है।
बदसूरत नजर आते हैं
-गुरुधाम चौराहे के पास एक पार्क है। अवैध कब्जेदारों की वजह से ये नजर नहीं आता
-पीएम के कबीर नगर आने पर सभी पार्को से कब्जेदारों को हटाया गया था लेकिन वो फिर जम गए
-शिवाला के रत्नाकर पार्क की लम्बी बाउंड्री से सटी दर्जनों दुकानें चल रही हैं
-नगर निगम के ठीक सामने शहीद उद्यान भी अवैध कब्जेदारों से मुक्त नहीं है
-दुर्गाकुंड पर मौजूद पार्क में लोगों को इंट्री गेट खोजने से नहीं मिलता है
समय-समय पर अभियान चलाकर अतिक्रमण हो हटाया जाता है। पार्को के इर्द-गिर्द जमा अतिक्रमण भी हटाया जाता है। अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
श्री हरि प्रताप शाही
नगर आयुक्त