-नगर निगम की सीमा में आने वाले 85 तालाबों की हालत है बेहाल

-ज्यादातर तालाब पाट दिये गये हैं, जो बचे हैं वह सूख चुके हैं या तो जमा है शिल्ट

VARANASI

शहर हो या गांव इनके बीच में पानी के श्रोत का बड़ा साधन तालाब, कुंड और पोखरों को माना जाता है। लेकिन नगर निगम की सीमा में पड़ने वाले जितने भी तालाब है उनकी हालत बद से बदतर हैं। कुछ पौराणिक महत्व के कुंड ही है जिनमें पानी दिखता है। लेकिन तालाब सूख गये हैं। इससे भी चौंकाने वाली बात ये है कि नगर निगम के रिकॉर्ड में दर्ज 8भ् तालाब में से ख्ख् अतिक्रमण का शिकार हो चुके हैं। इन ख्ख् तालाबों में से किसी पर बिल्डिंग तन गयी है तो कहीं पर कॉलोनी बसी हुई है। नगर निगम को इस अतिक्रमण की जानकारी तो है लेकिन वह आंखे मूंदे बैठा है। वहीं निगम का दावा है कि वह इन तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराएगा।

नहीं है तालाबों में जल

तालाब के पानी से अंडरग्राउंड वाटर लेवल रीचार्ज होता है लेकिन तालाब कुंड के पानी सूखने के कारण पानी धरती के भीतर नहीं पहुंच पाता। यही कारण है कि पानी की किल्लत बढ़ती जा रही है। आने वाले दिनों में पानी की कमी के कारण बहुत परेशानी होगी। अगर तालाबों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कल हमें पानी के लिए तरसना पड़ेगा।

अतिक्रमण की जद में तालाब

नगर निगम की लिस्ट में तो ख्ख् तालाब ही अतिक्रमण के शिकार हैं लेकिन वास्तविकता इससे अलग है। क्योंकि ख्007 में कमिश्नर रहे नितिन रमेश गोकर्ण की ओर से करायी गयी जांच में शहर के आधे से ज्यादा तालाब को पाट दिया गया है। कहीं बिल्डिंग बन रही है। कहीं नगर निगम ने खुद पाट कर उस पर निर्माण कराया है। कहीं पर वीडीए की ओर से तालाब का अस्तित्व खत्म कर कॉलोनी बसा दी गयी है।

इन जगहों पर अस्तित्वहीन तालाब

मवईया, पहडि़या, दनियालपुर, भोजूबीर, कैंटोन्मेंट, नदेसर तालाब, सिकरौल, लल्लापुरा, अलईपुर, कज्जाकपुरा, छह तालाब जैतपुरा, दो भदैनी, शिवपुरवा, तीन तुलसीपुर, शिवपुर भरलाई, हबीबपुरा, दो शिवपुर, शिवपुरवा, शिवदासपुर, विरदोपुर, तुलसीपुर, शुद्धिपुर, पाण्डेयपुर, खजुरी, अमरपुर, मखदूमपुर, करौंधी, तरना, शिवपुरवा, कादापुर, मीरापुर बसही, टकटकपुर, रमरेपुर, चितईपुर, सरायनंदन, लहरतारा इनके साथ ही 8भ् स्थान पर तालाब हुआ करते थे। जो नगर निगम की लिस्ट में भी शामिल है लेकिन आज इनका अस्तित्व खत्म हो चुका है या खत्म होने के कगार पर हैं।

सिटी के 8भ् तालाब में से ख्ख् तालाब अतिक्रमण की जद में है। इन्हें अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। सूख चुके तालाब की सिल्ट निकलवाकर उसमें पानी भरा जाएगा।

अविनाश कुमार, तहसीलदार, नगर निगम