-अगर कोई लेने से मना कर रहा है तो बैंकों में जमा करें दस रुपये के सिक्के, नये-पुराने हर तरीके के कॉइंस हो रहे हैं डिपॉजिट व विड्रॉल

VARANASI

दस रुपये के कॉइन को लेकर बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। नकली व असली को लेकर चल रही जिरह पर बैंक ऑफिसर्स विराम लगा रहे हैं। उनका मानना है कि मार्केट में असली-नकली का सिर्फ अफवाह है। बैंकों में रोजाना दस रुपये के कॉइंस, डिपॉजिट व विड्रॉल हो रहे हैं। नकली उन्हें ही माना जाएगा कि जिनके वजन, बनावट व ढाल में गड़बड़ी महसूस की जाएगी। वैसे भी दस रुपये का कॉइन अब हर कोई ले रहा है। आठ नवंबर के पहले तक इस पर बहुत हो हल्ला मचा था लेकिन अब तो कहीं भी ऐसा सुनने को नहीं मिल रहा है कि कॉइन नहीं लेंगे या देंगे। ऐसा करने वाले नासमझ ही होंगे।

कुछ महीने पहले दस रुपये के सिक्कोंको लेकर मार्केट में उहापोह की स्थिति मची हुई थी। अब तो सब नॉर्मल है। हर बैंक में कॉइंस डिपॉजिट व विड्रॉल हो रहे हैं। नकली सिक्के की पहचान उसकी बनावट व ढाल में गड़बड़ी से ही की जा सकती है।

वैसे अब तक बैंकों में नकली सिक्के एक भी नहीं आया। जबकि हर रोज पांच हजार तक कॉइन दस रुपये के डिपॉजिट हो रहे हैं। कस्टमर्स भ्रम में न रहें। सब असली सिक्के चलन में है।

एसबी प्रसाद, डीजीएम

बैंक ऑफ बड़ौदा

जो नासमझ हैं, वही असली व नकली सिक्के को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। कुछ सिक्के ख्009-क्0 में जारी हुये थे, उस टाइम सिक्के के ऊपरी हिस्से पर पंद्रह लाइन है। ख्0क्भ् में जारी हुये कॉइन पर दस लाइन शो कर रही है। लाइन चाहे पंद्रह हो या दस हर सिक्के ऑरिजनल है।

योगेंद्र सिंह, डीजीएम

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया

दस रुपये के कॉइन को लेकर गलत-गलत अफवाहें फैलाई जा रही है। बैंकों में हर रोज दस रुपये के कॉइन डिपॉजिट व विड्रॉल कराए जा रहे हैं। सिक्के की अलग-अलग डिजाइन पर न जायें। कुछ पुराने व कुछ नये सिक्के मार्केट में चल रहे हैं जो दोनों सही है।

अनिल पांडेय, सेक्रेटरी, इलाहाबाद बैंक ऑफिसर्स फेडरेशन

ऐसे पहचान करें

-सिक्के पुराने हैं लेकिन उसकी ऊपरी हिस्से पर लाइन बनी है जिसे काउंट करने पर पंद्रह आएगी, तो मान लीजिए यह सिक्के असली है

-ख्0क्भ् में जारी होने वाले कॉइन की ऊपरी हिस्से पर अब दस लाइन ही शो कर रही है, यह भी असली सिक्के हैं

-यदि आपको कॉइन के कलर, वजन व बनावट-ढाल में कुछ गड़बड़ी लगे तो आप बैंक में संपर्क कर सकते हैं, आपकी पूरी मदद की जाएगी।

-हर बैंकों में रोजाना हजारों रुपये के दस के कॉइन डिपॉजिट व विड्रॉल हो रहे हैं

-यदि आपको लगता है कि आपके हाथ नकली सिक्के लग गये हैं तो फिर सीधे बैंक की ओर रुख करें