-बनारस में आयोजित G-20 फ्रेमवर्क वर्किग ग्रुप की बैठक में विकास के लाभ को प्रभावी ढंग से लागू करने की बनी योजना

-वैश्रि्वक अर्थव्यवस्था से संबंधित मामलों और नीतिगत समन्वय पर हुआ विचार-विमर्श

VARANASI

जी-ख्0 फ्रेमवर्क वर्किग ग्रुप (एफडब्ल्यूजी) की बनारस के नदेसर स्थित होटल में आयोजित बैठक में

अंतिम दिन बुधवार को तीन सत्र में अंतरराष्ट्रीय मुद्दे, वैश्रि्वक मंदी और मौद्रिक नीति के साथ ही दुनिया में बढ़ती बेरोजगारी का मुद्दा छाया रहा। ग्लोबल इकोनॉमी यानी आर्थिक चुनौतियां व विसंगतियां दूर करने पर जोर रहा। वैश्रि्वक आर्थिक विकास की गति को बनाये रखने पर जोर दिया गया। साथ ही विकास के लाभ को प्रभावी ढंग से और समान रूप से पुनर्वितरित करने पर विचार हुआ। भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे विशेष सचिव दिनेश शर्मा और कार्यकारी निदेशक, आरबीआई शर्मा राजेश्वर राव ने एजेंडे रखा। जी-ख्0 एफडब्ल्यूजी के कनाडाई सह-अध्यक्ष डॉ पॉल सैमसन ने एफडब्ल्यूजी बनारस के एजेंडे से अपेक्षित परिणामों के संबंध में जर्मन प्रेसीडेंसी की आकांक्षा साझा की।

खींचा विकास का खाका

जी-ख्0 एफडब्ल्यूजी कोर में से एक है, जी -ख्0 का कामकाजी समूह और वैश्रि्वक अर्थव्यवस्था से संबंधित मामलों और नीतिगत समन्वय पर विचार-विमर्श करना है। जो वैश्रि्वक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए दुनिया के प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच जरूरी है। कनाडा के साथ इस समूह का भारत सह-अध्यक्ष है। बैठक में विकसित और विकासशील देशों के 80 डेलिगेट्स मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के अलावा वैश्रि्वक मंदी व मौद्रिक नीति पर दिनभर चले तीन सत्रों में बेरोजगारी दूर करने का लक्ष्य निर्धारित करने साथ जी-ख्0 देशों की विकास दर में वृद्धि पर सभी ने जोर दिया। चर्चा के तीन प्रमुख मुद्दे रखे गए। इसमें आईएमएफ जी -ख्0 के जनादेश पर मजबूत, स्थायी और संतुलित विकास, संरचनात्मक सुधार एजेंडे पर ओईसीडी काम और समावेशी विकास पर जी -ख्0 एजेंडा। बैठक में वैश्रि्वक आर्थिक समन्वय और आउटलुक्स पर चर्चा की गयी। आईएमएफ से अद्यतन पर सशक्त, स्थिर और संतुलित विकास पर काम हुआ था जो वर्तमान में तैयारी में है। इसके अलावा समावेशी विकास के लिए एक प्रभावी संकेतक तैयार करने की संभावना और इसके साथ संबद्ध चुनौतियों की संभावना को तलाशा गया। जी ख्0 देशों द्वारा ख्0क्7 विकास रणनीति प्रस्तुतीकरण के लिए टेम्पलेट्स और समयसीमा पर चर्चा हुई। अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की प्रस्तुतियों को बैठक में शामिल देशों के प्रतिनिधियों ने जाना। तय हुआ कि अलग-अलग नीति प्रतिक्रियाओं को आगे बढ़ाने के लिए रिफाइनिंग स्ट्रैटेजी और टूल में मदद करेगा। सदस्यों ने सामान्य रूप से इस बैठक के दौरान प्राप्त प्रगति पर इस दौर के लिए निर्धारित लक्ष्यों के प्रति संतोष व्यक्त किया। भारत जी-ख्0 के आर्थिक फ्रेम वर्किंग ग्रुप (एफडब्ल्यूजी) बैठक की चौथी बार मेजबानी कर रहा है। इस बैठक में तय हुए विकास के एजेंडे को जुलाई में जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में होने वाले जी-ख्0 के सम्मलेन में रखा जाएगा।