- राज्य सरकार की तरफ से जल्द महिला हेल्पलाइन पर मिलेगी दिमागी रूप से परेशान ग‌र्ल्स और महिलाओं को मनोचिकित्सकीय सलाह

- गुजरात के बाद पहली बार किसी और प्रदेश में मिलेगी ये सुविधा

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शोहदों से परेशान, महिला हिंसा की शिकार या फिर किसी भी तरह से सताई गई महिलाओं को कई बार इतनी बुरी मानसिक परेशानी से गुजरना पड़ता है कि वो इससे परेशान होकर जानलेवा कदम तक उठा लेती हैं या फिर इसके बारे में सोचती हैं। लेकिन अब यूपी सरकार इन प्रॉब्लम्स के कारण मानसिक तौर पर परेशानी झेल रही पीडि़ताओं को उबारने का प्रयास अपनी वूमेन पावर हेल्पलाइन के जरिये करेगी। इसकी तैयारी शासन स्तर पर की जा रही है। जिसके बाद प्रदेश सरकार की महिला हेल्पलाइन नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराने के अलावा ग‌र्ल्स और महिलाएं मनोचिकित्सकों से अपनी परेशानी को दूर भगाने के टिप्स भी ले सकेंगी।

इंटरनेशनल वूमेन डे से होगी शुरुआत

इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। वर्तमान में वूमेन पावर हेल्पलाइन के लिए चल रहे नंबर 1090 पर अभी कॉल करने पर जहां तुरंत पुलिसिया मदद मिलती है, वहीं जल्द ही इस हेल्पलाइन पर परेशान महिलाओं को उनकी मानसिक परेशानी से उबारने के लिए डॉक्टरी सलाह भी दी जाएगी। इसकी शुरुआत के लिए इंटरनेशनल वूमेन डे की डेट आठ मार्च डिसाइड की गई है। इस दिन प्रदेश लेवल पर चल रही हेल्पलाइन का नंबर भी बदलकर तीन डिजिट यानी 181 करने की तैयारी है। इस नये नंबर की जिम्मेदारी भी प्रदेश सरकार ने उसी प्राइवेट एजेंसी को सौंपी हैं जो इस वक्त समाजवादी एंबुलेंस सेवा को संचालित कर रही है।

प्रदेश लेवल पर हो रहा है संचालित

-प्रदेश सरकार की ओर से संचालित हो रही वूमेन पावर हेल्पलाइन इस वक्त महिलाओं के लिए एक अच्छा हथियार है

- एक कॉल पर महिलाओं का इससे क्विक रिस्पॉन्स मिलता है

- प्रदेश लेवल पर चल रही हेल्पलाइन पर किसी भी जिले से कॉल करने पर मामले को संबधित थाने पर ट्रांसफर कर दिया जाता है

- जिसके बाद मामले को सुलझाने के लिए दो से तीन दिन का वक्त लगता है

- सबसे बड़ी बात है इस हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है

बैठेगा एक्सपर्ट डॉक्टरों का पैनल

- इस हेल्पलाइन पर जल्द ही मनोचिकित्सकों का एक्सपर्ट पैनल बैठेगा

- ये पैनल सरकार की ओर से सेलेक्ट किया जायेगा

- जिसमे प्रदेश के टॉप साइकिएट्रिस्ट शामिल होंगे

- ये साइकिएट्रिस्ट पीडि़त महिला या ग‌र्ल्स की मानसिक परेशानी को सुनने के बाद उनको इससे बाहर निकलने के टिप्स देंगे

- इनसे बात करने के लिए पहले पीडि़ता की शिकायत नोट होगी और फिर बताई गई डेट पर कॉल करने पर डॉक्टर उसकी प्रॉब्लम सुनेंगे

गुजरात के बाद पहली बार होगा कहीं

महिला हेल्पलाइन पर मनोचिकित्सकीय हेल्प गुजरात में पुलिस की ओर से पीडि़त ग‌र्ल्स और महिलाओं को हेल्पलाइन पर मुहैया कराई जाती रही है। इसके बाद अब यूपी में इस सुविधा की शुरुआत होना बड़ी बात है।

पुलिस हाईटेक हो रही है और ये भी कोशिश है कि लोगों को हर संभव मदद पुलिस के जरिये मिले। इसके लिए प्रदेश लेवल पर कई योजनाएं हैं। जिलों में भी इसके प्रचार-प्रसार का काम तेज कर लोगों तक इसे पहुंचाने का प्रयास होगा।

एसके भगत, आईजी