-सीबीएसई दसवीं के स्टूडेंट नहीं देख पाएंगे आंसर सीट

-माìकग सिस्टम को लेकर सीबीएसई ने स्कूल्स के डाउट को दिया दूर

कोरोना महामारी के चलते सीबीएसई बोर्ड ने 10 वीं का एग्जाम तो कैंसिल कर दिया लेकिन स्टूडेंट्स का रिजल्ट तो डिक्लेयर होगा। ऐसे में स्टूडेंट्स व स्कूल्स को इसे लेकर बहुत सारे सस्पेंस हैं। बोर्ड ने रिजल्ट को लेकर स्कूल्स या स्टूडेंट्स के जो भी डाउट थे उसे दूर कर दिया है। स्कूल्स ने रिजल्ट तैयार करने को लेकर स्टूडेंट और स्कूल से जुड़े 57 क्वैश्चन तैयार कर सीबीएसई बोर्ड को भेजा था। जिसका जवाब बोर्ड ने सीबीएसई बोर्ड से संचालित स्कूल्स को भेज दिया है। जिसमें ये भी क्लियर कर दिया है कि इस बार स्टूडेंट अपनी ऑसर सीट ना तो देख सकता है ना ही चैलेंज कर सकता है। अगर स्टूडेंट्स रिजल्ट से संतुष्ट ना हो तो वह फिर से एग्जाम दे सकता है।

एक क्लिक पर दूर कर सकते हैं डाउट

वैसे तो स्कूल्स की ओर से बोर्ड को सवालों की लंबी चौड़ी लिस्ट भेजी गयी थी। लेकिन बोर्ड ने स्कूल्स द्वारा भेजे गए सवालों में से कॉमन 57 सवालों के जवाब अपनी वेबसाइड पर अपलोड कर दिया है। जिसे एक क्लिक कर स्कूल्स, स्टूडेंट के साथ ही पैरेंट्स भी अपना सस्पेंस दूर कर सकते हैं। काफी दिनों से दसवीं के नम्बर्स को लेकर स्कूल और स्टूडेंट दोनों ही परेशान थे। जिसको देखते हुए बोर्ड को बनारस के सभी स्कूल्स ने अपने-अपने सवाल भेजे थे। जिसका जवाब तैयार कर बोर्ड ने वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। जिससे उनको अपने अपने सवाल का जवाब मिल गया है।

स्कूल्स द्वारा पूछे गए कुछ सवाल का जवाब

सवाल- क्या होगा जब कोरोना संकट के कारण कोई स्टूडेंट शहर से बाहर है या उसका कोई पता नही है। कॉल करने पर भी उससे सम्पर्क ना हो सका हो तो इस कंडिशन में स्कूल क्या करेंगे।

जवाब- अगर ऐसा कोई स्टूडेंट जो स्कूल से दूर हो गया हो उसने कोई सम्पर्क भी नहीं किया है तो उसे अब्सेंट मान लिया जाएगा।

सवाल- अगर स्टूडेंट अब तक स्कूल के किसी भी एग्जाम या असेसमेंट में शामिल नहीं हो सका है तो उसका मूल्यांकन कैसे होगा।

जवाब- ऐसे स्टूडेंट के लिए स्कूल ऑनलाइन या ऑफलाइन माोड या टेलीफोन से उसका असेसमेंट कर सकता है। इसका रिकॉर्ड उन्हें रखना होगा। स्कूल अपने सब्जेक्ट में आए अधिक नम्बरों के आधार पर भी स्टूडेंट का मूल्यांकन कर सकता है।

सवाल- कोई स्टूडेंट बिना बताए स्कूल से दूर है तो उसका कैसे मूल्यांकन करेंगे।

जवाब- ऐसे स्टूडेंट को अब्सेंट मानकर चलना है।

सवाल- क्या मूल्यांकन में किसी भी पांच टीचर को स्कूल शामिल कर सकते हैं।

जवाब- नहीं, पांच टीचर मैथ्स, सोशल साइंस, साइंस और दोनों भाषाओं से होंगे। सब्जेक्ट एक्सपर्ट ही बच्चों का सही आकलन कर सकते हैं।

सवाल- मूल्यांकन समिति के दो एक्सट्रा टीचर कहां से लिए जाएंगे।

जवाब- नजदीकी स्कूल्स के दो टीचर को समिति के एक्सटर्नल मेंबर के रूप में रखा जा सकता है।

सवाल- दो एक्सटर्नल टीचर्स को रखने में क्या क्या सवाधानियां बरतनी होगी।

जवाब- रिजल्ट तैयार करने वाली कमेटी के अध्यक्ष यह सख्ती के साथ सुनिश्चित करेंगे कि एक्सटर्नल टीचर नजदीकी स्कूल में 10 वीं क्लास में पढ़ाते हों। साथ ही एक ही मैनजमेंट के दो स्कूल्स से टीचर्स को कमेटी में नहीं रखना है।

वर्जन----

दसवीं का एग्जाम तो हुआ नहीं लेकिन रिजल्ट बनाया जाना है। इसको लेकर स्कूल्स व स्टूडेंट्स को बहुत सारा डाउट था। जिसे बोर्ड ने दूर कर दिया है। उन सभी सवालों के जवाब को बोर्ड ने वेबसाइट पर अपलोड भी कर दिया है। अब इसे स्कूल, स्टूडेंट व पैरेंट्स वेबसाइट पर जाकर अपना सस्पेंस दूर कर सकते हैं।

गुरमीत कौर, सिटी कोआर्डिनेटर

सीबीएसई बोर्ड