लाइन हाजिरी होने के बाद सरकारी पिस्टल और वायरलेस सेट जमा नही किया इस्पेक्टर रतन सिंह यादव ने

- एसएसपी ने कैंट इंस्पेक्टर से मांगी रिपोर्ट, रिपोर्ट आने के बाद करेंगे कार्रवाई

<लाइन हाजिरी होने के बाद सरकारी पिस्टल और वायरलेस सेट जमा नही किया इस्पेक्टर रतन सिंह यादव ने

- एसएसपी ने कैंट इंस्पेक्टर से मांगी रिपोर्ट, रिपोर्ट आने के बाद करेंगे कार्रवाई

VARANASI

VARANASI

अब तक तो माल उड़ाने के लिए चोर-उचक्के बदनाम थे। लेकिन यह पहला मामला है जब पुलिसवाले पर कीमती माल उड़ाने का आरोप लगा है, वह भी थाने से। अब पुलिस बेचारी क्या करे, अपनी नाक बचाने और माल की बरामदगी के लिए जमीन-आसमान एक किए हुए है। कैंट थाने में तैनात रहे इंस्पेक्टर रतन सिंह यादव पर आरोप है कि लाइन हाजिर होने के बाद जाते-जाते वह वायरलेस सेट और महंगी सरकारी पिस्टल भी साथ ले गए। फिलहाल इंस्पेक्टर स्वास्थ्य लाभ के लिए छूट्टी पर गये हुए है। वायरलेस सेट और पिस्टल कहां है इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। एसएसपी आकाश कुलहरि ने इंस्पेक्टर कैंट आशुतोष ओझा से इस बाबत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करेंगे।

नियम-कानून ठेंगे पर

पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के दौरान असलहा और वायरलेस सेट मिलता है। इनकी मदद से वह कानून व्यवस्था बनाए रखते हैं। असलहा और वायरलेस सेट का गलत इस्तेमाल न हो सके इसके लिए बेहद कड़े नियम बनाए गए हैं। ड्यूटी से हटने के बाद उन्हें मालखाने में जमा करना होता है। विशेष परिस्थितियों वह इन्हें साथ ले जा सकते हैं लेकिन उसकी जानकारी विभाग को उपलब्ध करानी होती है।

रतन सिंह यादव जब तक कैंट इंस्पेक्टर की भूमिका निभा रहे थे तब उन्हें अत्याधुनिक और महंगी ग्लाक पिस्टल अलाट थी। साथ ही उनके पास वायरलेस सेट भी था। एसएसपी के अनुसार लाइन हाजिर होने के बाद उन्हें असलहा और वायरलेस सेट जमा कर देना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इंस्पेक्टर स्वास्थ कारणों का हवाला देते हुए छुट्टी चले गए हैं। इसके चलते पिस्टल और वायरलेस की जानकारी विभाग को नहीं मिल पा रही है।

देर से हुई जानकारी

इंस्पेक्टर रतन सिंह यादव को लाइन हाजिर हुए एक पखवारा से अधिक हो चुका है। लेकिन उन्होंने पिस्टल और वायरलेस सेट जमा नहीं है इसकी जानकारी विभाग को एक-दो दिन पहले हुई। पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। एसएसपी ने आनन-फानन में कैंट इंस्पेक्टर से रिपोर्ट मांग ली। उनसे कहा कि जल्द से जल्द रिपोर्ट दें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। अब इंस्पेक्टर रतन यादव की भी तलाश की जा रही है ताकि वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके।

विवादों से पुराना नाता

इंस्पेक्टर रतन सिंह यादव का विवादों से पुराना नाता रहा है। कैंट थाने के प्रभारी रहते हुए जमीन पर कब्जा कराने की नियत से दो सगे भाइयों को क्भ् दिनों तक बिना लिखा-पढ़ी के थाने की हवालात में रखने का आरोप लगा था। शिकायत मिलने पर एसएसपी खुद थाने पहुंचे और दोनों को मुक्त कराया। प्रकरण की जांच करायी गयी जिसमें आरोपों की पुष्टि हुई। जांच रिपोर्ट आने के कई महीने बाद इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया। इंस्पेक्टर पर एक सरकारी साइकिल गायब करने का भी आरोप है। स्टेट गवर्नमेंट की ओर से थानों को साइकिलें मिली थीं। उनमें से एक गायब हो गयी। चर्चा रही कि उन्होंने साइकिल को अपने किसी करीबी को दी थी जिसे वापस लेना भूल गये।