-यूनिवर्सिटी व डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने छात्रसंघ चुनाव लड़ रहे कैंडीडेट्स को पढ़ाया आचार संहिता का पाठ

-लिंगदोह की संस्तुतियों का इलेक्शन में पालन करने का दिया निर्देश

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन व जिला प्रशासन ने छात्रसंघ के कैंडीडेट्स से जल्द से जल्द सिटी में लगे होर्डिग्स, फ्लैक्स व बैनर को हटाने को कहा है। प्रचार सामग्री न हटाने पर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की वार्निग दी। इस क्रम में उनका नॉमिनेशन भी निरस्त किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी के सेंट्रल लाइब्रेरी के समिति कक्ष में सोमवार को कैंडीडेट्स की मीटिंग आयोजित की गई थी।

SSP ने बताई हद

मीटिंग में कैंडीडेट्स को आचार संहिता का पाठ पढ़ाया गया। इस मौके पर एसएसपी आकाश कुलहरि ने कहा के डिस्ट्रिक्ट व यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन लिंगदोह समिति की संस्तुतियों के अनुसार इलेक्शन कराने के लिए कटिबद्ध है। लिंगदोह समिति के अनुसार छात्रसंघ इलेक्शन में प्रिंटेड प्रचार सामग्रियों का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है। साथ ही अधिकतम पांच हजार रुपये की खर्च सीमा भी निर्धारित की गई है। उन्होंने कैंडीडेट को इसका कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया।

आज से होगी वीडियोग्राफी

एसएसपी ने कहा कि सोमवार की रात क्ख् बजे तक लगे फ्लैक्स, बैनर व होर्डिग नहीं हटे तो वीडियोग्राफी कराई जाएगी। उन्होंने सिगरा एसओ विनय प्रकाश सिंह को तीन नवंबर से वीडियोग्राफी कराने का निर्देश भी दिया। कहा कि वीडियोग्राफी के थ्रू प्रचार सामग्री पर हुए खर्च का आंकलन कर कैंडीडेट के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। साथ ही चुनाव अधिकारी से पर्चा निरस्त करने की संस्तुति भी जाएगी। दूसरी ओर चीफ प्रॉक्टर प्रो। कल्पलता पांडेय ने भी कैंडीडेट्स को आचार संहिता के बारे में जानकारी दी।

हटने लगे पोस्टर-बैनर

डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की वार्निग के बाद देर शाम से कैंपस के आसपास लगी प्रचार सामग्री हटना स्टार्ट हो गयी। कैंडीडेट्स के समर्थक खुद अपने हाथ से पोस्टर उखाड़ रहे थे। सिटी में लगे फ्लैक्स को भी हटाते नजर आये।

प्रचार के लिए स्थान तय

चुनाव प्रचार के लिए कैंपस स्थित पंत प्रशासनिक भवन के सामने कैंडीडेट्स के लिए हस्तलिखित प्रचार सामग्री लगाने की अनुमति होगी। यह जगह छात्रसंघ इलेक्शन के लिए उन्हें प्रचार सामग्री लगाने के लिए एलॉट किया गया है।

मुहर नहीं, लगाना होगा 'टिक'

चुनाव अधिकारी प्रो। रवि प्रकाश पांडेय ने बताया कि इस बार छात्रसंघ इलेक्शन में मतपत्र पर मुहर के स्थान पर पेन से 'टिक' लगाना होगा। लास्ट ईयर क्800 मतों के अवैध घोषित हो जाने पर यह डिसीजन लिया गया है। उन्होंने बताया कि बैलेट पेपर का प्रारूप तीन नवंबर को शाम पांच बजे तक यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।