- काशी विद्यापीठ के पीजी लास्ट सेमेस्टर में होगा प्रभावी

- पीजी में सक्सेस होने के बाद यूजी में भी होगा लागू

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने अब केवल पीजी लास्ट सेमेस्टर में ऑप्टिकल मार्कर रीडर (ओएमआर ) सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया है। पहले यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने ग्रेजुएशन लास्ट ईयर व पीजी अंतिम सेमेस्टर में ओएमआर लागू करने का डिसीजन लिया था। परीक्षा समिति के एजेंडे में इसे संशोधित कर दिया गया है।

छह डिस्ट्रिक्ट के फ्भ्0 कॉलेज

काशी विद्यापीठ से वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर, सोनभद्र व बलिया डिस्ट्रिक्ट के करीब फ्भ्0 कॉलेज एफिलिएटेड हैं। इन कॉलेजेज में परीक्षार्थियों की संख्या लगभग चार लाख पहुंच गई है। परीक्षार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए टाइम पर रिजल्ट देना यूनिवर्सिटी के लिए चुनौती बनता जा रहा है। इसे देखते हुए वीसी डॉ। पी नाग ने यूजी व पीजी के लास्ट ईयर के एग्जाम में ओएमआर सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया था। ताकि एग्जाम के तत्काल बाद रिजल्ट डिक्लेयर किया जा सके। दूसरी ओर परीक्षा समिति में यूजी व पीजी दोनों क्लासेस में ओएमआर सिस्टम लागू करने की सहमति नहीं बनी। परीक्षा समिति ने प्रयोग के तौर पर पहले पीजी लास्ट सेमेस्टर में ओएमआर सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया है। पीजी में प्रभावी होने पर इसे यूजी में भी लागू किया जाएगा।

ग‌र्ल्स को स्वकेंद्र की फेसिलिटी

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने एनुअल व सेमेस्टर एग्जाम में ग‌र्ल्स को स्वकेंद्र की फेसिलिटी देने का डिसीजन लिया है। हालांकि स्वकेंद्र की सुविधा सिर्फ महिला महाविद्यालय की छात्राओं को ही मिलेगी। वहीं क्00 से कम छात्राओं की स्थिति में महिला महाविद्यालय को स्वकेंद्र नहीं बनाया जाएगा।