- प्रेमचंद की 141वीं जयंती पर उनके गांव लमही में मनाई गई दीपावली

शनिवार को बारिश की रमझिम फुहारों के बीच लमही में उत्सव का दौर चला। मौका था मुंशी प्रेमचंद की 141वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम का। प्रेमचंद के गांव की छटा इस दिन देखते बन रही थी। प्रेमचंद आवास, स्मारक और शोध संस्थान में विशेष सजावट की गई थी। दिन में विविध सांस्कृतिक आयोजन शुरू हुए, वहीं शाम होते ही वहां की छटा ही बदल गई। सूरज ढलने के साथ दीपों की लौ से लमही दपदप रोशन हो उठा।

रौशन हो उठा

लमही में मुंशी प्रेमचंद की 141वीं जयंती इसबार खास था। 5100 दीपों से सरोवर, स्मारक और शोध केंद्र के साथ मुख्यद्वार से लेकर गांव-घर सजाए गए थे। वहीं इस मौके पर पहुंचे युवाओ ने दीप ज्योति से जगमग प्रेमचंद प्रतिमा के पास सेल्फी ली।

आकाश दीप ने बिखेरी छटा

इस दौरान रोशनी वाले पटाखे, अनार, राकेट के साथ ही गैस वाले आकाश दीप भी जलाए गए। इसने पूरा वातावरण को एक अलग ही छटा दी। वहीं शाम से लेकर रात तक मोबाइल कैमरे के फ्लैश चमकते रहे, और उस पल को संजोते रहे।

युवा, साहित्यकार जुड़े

मुंशी प्रेमचंद की जयंती को मनाने दूर-दूर से लोग लमही पहुंचे थे। दिन के कार्यक्रम में उनके साहित्य और योगदान पर चर्चा हुई। खासकर कार्यक्रम से युवा जुड़े। युवा, साहित्यकार और शौध के छात्र इस अवसर पर पहुंचे थे। संध्या बेला में उनके आवास और स्मारक को रोशन करने में इन्होंने अहम योगदान दिया।