-हड़ताल से नहीं बन रहा जाति व आयु प्रमाणपत्र, राजस्व वसूली और भी पैमाइश रुकी

- आश्वासन के बावजूद अपनी मांगें न माने जाने से लेखपाल में आक्रोश

VARANASI

एक हफ्ते से ज्यादा समय से अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपाल कलमबंद हड़ताल पर हैं। इससे बड़ी संख्या में जाति व आयु प्रमाणपत्र पेंडिंग पड़े हैं। राजस्व वसूली रुक गई है। हड़ताल के चलते जमीनों और तालाबों की पैमाइश भी नहीं हो पा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी स्टूडेंट्स को हो रही है। उन्हें एडमिशन लेने और प्रतियोगी परीक्षाओं का फॉर्म भरने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सरकार से आश्वासन मिलने के बावजूद मांगें नहीं माने जाने से लेखपाल आक्रोशित हैं।

कदम पीछे हटाने को तैयार नहीं

हड़ताल कर रहे लेखपालों पर शासन सख्त है। डीएम सुरेन्द्र सिंह ने लेखपालों को हड़ताल खत्म करने की सख्त चेतावनी दी है। इसके बावजूद लेखपाल कदम पीछे हटाने को तैयार नहीं हैं। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष उमाशंकर सिंह कहते हैं कि लेखपालों की वेतन विसंगति बनी हुई है। शासन से धन जारी होने के बावजूद उन्हें स्मार्ट फोन और लैपटॉप नहीं दिया जा रहा है। कई अन्य मांगें भी हैं, जिसे शासन ने पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन नतीजा सिफर है।

कानूनगो कर रहे पड़ताल

लेखपालों की हड़ताल को देखते हुए वैकल्पिक तौर पर राजस्व निरीक्षकों (कानूनगो) को लगाया गया है, लेकिन इनकी संख्या कम होने से काम पटरी पर नहीं आ पा रहा है। खासकर राजस्व वसूली और प्रमाणपत्रों के सत्यापन का प्रॉसेस काफी धीमा हो गया है। कानूनगो सिर्फ राजस्व वसूली व जमीनों की पैमाइश में लगे हैं, लेकिन उनकी कम संख्या के चलते यह काम भी नहीं हो पा रहा है।

स्टूडेंट्स हो रहे परेशान

-जाति व आयु प्रमाणपत्र का सत्यापन ठप

-डिस्ट्रिक्ट में राजस्व वसूली पूरी तरह रुकी

- जमीनों व तालाबों की नहीं हो रही पैमाइश

- एडमिशन, काउंसलिंग व फार्म भरने में आ रही दिक्कत

- विधवा, विकलांग व वृद्धा पेंशन का सत्यापन रुका

- आईजीआरएस पर शिकायतों का सत्यापन ठप

- सीएम राहत कोष के आवेदन का सत्यापन भी पेंडिंग

- पैमाइश न होने से अफसरों के सामने बढ़ी परेशानी

- हड़ताल लम्बी खिंचने पर फंसेगा राजस्व वसूली का टारगेट

ये हैं लेखपालों की मांग

- 2800 ग्रेड पे किया जाये।

- वेतन विसंगति दूर की जाय।

- शैक्षिक योग्यता स्नातक की जाय।

- पदनाम बदलकर उप राजस्व निरीक्षक किया जाय।

- सत्यापन के लिए स्मार्टफोन व लैपटॉप दिया जाये।

- वाहन व स्टेशनरी भत्ता बढ़ाया जाये।

- राजस्व परिषद की सिफारिशें लागू की जाएं।

- प्रमोशन के अवसर बढ़ाने व समय से डीपीसी की जाय।

एक नजर

298

लेखपाल हैं डिस्ट्रिक्ट में

06

जुलाई से लेखपाल हैं हड़ताल पर

4

लेखपाल वापस आए ड्यूटी पर

11

हजार से ज्यादा सत्यापन जिले में पेंडिंग

42

सौ आवेदन सदर तहसील में पेंडिंग

वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर राजस्व निरीक्षकों को लेखपालों के काम की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में वर्कलोड जरूर बढ़ा है, लेकिन काम जल्द निपटाने का प्रयास किया जा रहा है। लेखपालों को काम पर लौटने की सख्त ताकीद की गई है।

संजीव कुमार, एसडीएम सदर