-अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान हुए बवाल मामले में गिरफ्तार विधायक अजय राय रिहाई के बाद पहुंचे बनारस, जगह-जगह महापुरुषों की प्रतिमाओं पर किए माल्यार्पण

- इंग्लिशियालाइन पर वैदिक मंत्रों के बीच हुआ अभिनंदन, मलदहिया, आजाद पार्क, कबीरचौरा व टाउनहाल तक की यात्रा

VARANASI

अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान हुए बवाल मामले में रासुका लगने के सात महीने बाद फतेहगढ़ जेल से रिहा हुए विधायक अजय राय मंगलवार को बनारस पहुंचे। यहां उनका जगह जगह पर भव्य स्वागत किया गया। सबसे पहले कछवा रोड, मिर्जामुराद, राजातालाब, रोहनिया, मोहनसराय, चांदपुर, लहरतारा में काफिले के पहुंचने पर विधायक का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत व अभिनंदन किया। उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया।

खुली जीप में थे सवार

काफिले में शामिल सैकड़ों गाडि़यां शाम छह बजे इंग्लिशियालाइन स्थित पं। कमलापति त्रिपाठी की प्रतिमा के पास पहुंचीं। जहां विधायक अजय राय खुली गाड़ी में सवार होकर कार्यकर्ताओं से माला पहनते रहे और उनका अभिवादन स्वीकार किया। पं। जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद क्क् ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रों के साथ विधायक का सम्मान किया। सम्मान करने वालों में पं। राजेशपति त्रिपाठी, दिग्विजय सिंह, अनिल श्रीवास्तव, मणिशंकर पांडेय, सतीश चौबे, प्रो। सतीश राय, बैजनाथ सिंह, अरविंद किशोर राय, शैलेंद्र सिंह, सुनील श्रीवास्तव, रामसुधार मिश्रा, संजय चौबे, शकील जादूगर, प्रमोद वर्मा आदि शामिल रहे।

शहर में भी निकली यात्रा

इंग्लिशियालाइन पर सम्मान के बाद अजय राय का काफिला भारतीय शिक्षा मंदिर मलदहिया, काशी अनाथालय, पिशाचमोचन मोड़ होते हुए लहुराबीर, आजाद पार्क पहुंचा। यहां विधायक अजय राय ने शहीद चंद्रशेखर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान वह खुली गाड़ी में खड़े होकर नागरिकों का अभिवादन स्वीकार करते रहे। यहां से यात्रा रामकटोरा चौराहा, पिपलानी कटरा, कबीरचौरा, लोहटिया, मैदागिन होते हुए टाउनहाल पहुंची। इस बीच विधायक ने महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री स्व। लालबहादुर शास्त्री व राजीव गांधी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण भी किए। टाउनहाल में जिला कमेटी की ओर से आयोजित स्वागत समारोह में जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, प्रमोद श्रीवास्तव, देवेंद्र सिंह, जितेंद्र सेठ, राकेश चंद्र आदि ने सम्मान किया। विधायक के काफिले में विधायक ललितेश पति त्रिपाठी, प्रजानाथ शर्मा, राघवेंद्र चौबे, चंद्रेश्वर पटेल आदि शामिल थे।

क्या हुआ कब

-गंगा में प्रतिमा विसर्जन पर प्रतिबंध के बाद शुरू हुआ पूरा बवाल।

- गोदौलिया पर गणेश प्रतिमा रोके जाने से नाराज संत बैठे थे धरने पर।

- ख्ख् सितम्बर को संतों को हटाने के लिए हुआ लाठीचार्ज।

- इस दौरान शंकराचार्य के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद समेत बटुकों को पुलिस ने बेदर्दी से पीटा।

- संतों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में संत समाज ने बुलाई देश भर के संतों की बैठक।

- बैठक में पांच अक्टूबर को अन्याय प्रतिकार यात्रा निकालने पर हुई सहमति।

- कांग्रेस ने इस यात्रा में दिया अपना समर्थन।

- इसमें लीड कर रहे थे विधायक अजय राय।

- पांच अक्टूबर को टाउनहाल से हजारों की तादाद में जुटे साधु संतों और कांग्रेस नेताओं संग बनारस के लोग निकले गोदौलिया के लिए।

- यात्रा गोदौलिया पहुंच पाती कि उससे पहले ही शुरू हो गया बवाल।

- गोदौलिया चौराहे पर फूंका गया पुलिस सहायता बूथ।

- कई पुलिस की गाडि़यों को भी किया गया आग के हवाले।

- सीओ को पीटकर उनसे छीन ली गई ड्यूटी रिवाल्वर।

- खूब चले पत्थर और पुलिस ने छोड़े आंसू गैस और रबर बुलेट।

- बवाल शांत करने के लिए कुछ देर के लिए चार थाना क्षेत्रों में लगाया गया था कफ्र्यू।

एयरपोर्ट से किया था अरेस्ट

- छह अक्टूबर को अजय राय, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद समेत कुल क्0म् लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

- सात अक्टूबर को पुलिस ने अजय राय को दिल्ली से लौटते वक्त बाबतपुर एयरपोर्ट से अरेस्ट किया था।

-रात में पुलिस लाइन में ही जज के सामने पेश कर जेल भेजा गया।

- आठ अक्टूबर को पुलिस ने अजय राय को फतेहगढ़ जेल भेज दिया।

- क्ब् अक्टूबर को अजय राय पर लगाई गई रासुका पर शासन ने मोहर लगाई।

- क्भ् अक्टूबर को पुलिस ने शिवसेना के दो कार्यकर्ताओं को बवाल मामले में पकड़ा।

- पुलिस का दावा था कि अजय राय के इशारे पर हुआ था पूरा बवाल।

- पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेसजनों ने शुरू किया आंदोलन।

- फ्0 मार्च ख्0क्म् को हाईकोर्ट ने अजय राय पर लगी रासुका को रद किया।

- क्फ् अप्रैल को अजय राय को हाईकोर्ट से जमानत मिली।

- क्7 अप्रैल को लोकल कोर्ट से यात्रा के दौरान हुए बवाल में लगाई गई दो अन्य धाराओं में भी जमानत मिली।

- दो मई को फतेहगढ़ जेल पहुंचा परवाना और अजय राय हुए रिहा।