-जिला जेल के बैरक नंबर 11 ए में

में मिले तीन मोबाइल फोन की जांच में सामने आये चौकाने वाले तथ्य

-जेल से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई व्यापारियों को किया गया फोन

-पुलिस मान रही रंगदारी और धमकी के लिए हुआ फोन

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जिला जेल में दो दिन पहले मिले तीन मोबाइल फोन और सिम की पड़ताल ने पुलिस की नींद उड़ा दिया है। जांच में सामने आया है कि इनके जरिए सलाखों से पीछे से बदमाश जेल के बाहर मौजूद अपना साम्राज्य चला रहे हैं। मोबाइल फोन से व्यापारियों को फोन किया गया। फिलहाल यह तो स्पष्ट नहीं हो सका है कि फोन क्यों किए गया लेकिन पुलिस का मानना है कि उनसे रगंदारी मांगी गयी और धमकी दी गयी होगी। फिलहाल पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुटी हुई है।

दो का अधिक होता था इस्तेमाल

जांच में पता चला है कि जिला जेल के बैरक नंबर 11 ए से बरामद तीन में दो मोबाइल फोन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हुआ है। उनसे कॉल रात नौ बजे के बाद की जाती थीं। एक मोबाइल का यूज कभी-कभी किया जाता था। कॉल डिटेल से पता चला है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई व्यापारियों को फोन किया गया है। पुलिस उन व्यापारियों से सम्पर्क करके फोन करने वाले और उसका उद्देश्य जानने की कोशिश कर रही है। यह भी

जांच का विषय है कि जेल के अंदर मोबाइल पहुंचा कैसे?

नाकाम हुआ हुआ सुरक्षा तामझाम

दो अप्रैल को जिला जेल में बंदियों ने जबरदस्त उपद्रव किया था। इसके बाद जेल की सुरक्षा को पुख्ता किया कर दिया। पुलिस को जेल के बाहर मुलाकातियों पर नजर रखने के लिए लगा दिया गया। खुफिया विभाग की ओर से मुलाकात और जेल एक्टिविटी की रिपोर्ट हर सप्ताह उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। इसके बावजूद जेल के अंदर मोबाइल कैसे पहुंचे और कैसे इनका इस्तेमाल होता रहा इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। जेल प्रशासन का कहना है कि मामले में बैरक नंबर 11 ए के बंदियों से तो पूछताछ होगी ही साथ में बैरक के बाहर और मेन गेट पर तैनात बंदी रक्षकों से भी पूछताछ की तैयारी है।