मोहल्ले का हाल

- खराब सड़कें, सीवरेज, ड्रेनेज और कूड़ा है एरिया की बड़ी समस्या

- टूरिस्ट इंफोर्मेशन सिस्टम की है जरूरत

VARANASI

दुनियाभर से बनारस आने वाले सैलानी सारनाथ जरूर पहुंचते हैं। यहां इनका स्वागत धूल से होता है। खराब सड़कें गवाह हैं कि इस एरिया में डेवलपमेंट का सिर्फ दावा ही है। गवर्नमेंट की महत्वपूर्ण योजना बौद्ध सर्किट का अहम पड़ाव सारनाथ यहां रहने वालों के साथ टूरिस्ट के लिए दुश्वारियों से भरा है।

ध्वस्त है रोड

सारनाथ जाने वाले पहडि़या-आशापुर रोड की हालत बहुत खराब है। पूरे रोड पर जगह-जगह गढ्डे हैं। एक लेन बनायी गयी है लेकिन दूसरी लेन को जस का तस छोड़ दिया गया है। सारनाथ-मुनारी रोड चलने लायक नहीं है। मूलगंध कुटी विहार के सामने की रोड ठीक है लेकिन आगे क्षतिग्रस्त है। हवेलिया तिराहा से म्यूजियम चौराहा का रास्ता भी खराब है। हर वक्त धूल का गुबार उड़ता रहता है। पार्षद का कहना है कि रोड की हालत दुरुस्त करने के लिए लगातार शिकायत की जाती है लेकिन सुनवाई नहीं होती है।

सफाईकर्मी की कमी

वार्ड संख्या फ्0 सारनाथ का एरिया काफी बड़ा है। इसकी आबादी लगभग साठ हजार है। नगर निगम के हिसाब से हर दस हजार लोगों पर फ्भ् सफाईकर्मी होने चाहिए लेकिन साठ हजार पर मात्र ख्म् सफाईकर्मी ही है। जिसमें से रोजाना केवल क्भ् से ख्0 ही काम पर आते है। इसके कारण न तो रोज सफाई होती है और न हीं टाइम पर कूड़ा उठता है।

नहीं है सीवरेज और ड्रेनेज

सारनाथ में सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। मुख्य मंदिर के आसपास तो जैसे-तैसे सफाई हो जाती है लेकिन इसके चारों ओर हालात बहुत खराब है। इस क्षेत्र में सीवर और ड्रेनेज पर अबतक काम नहीं किया गया है।

जलती नहीं लाइट

सारनाथ चौराहे पर लगायी गयी हाई मास्ट पोल पर केवल टंगी हुई है। लेकिन जलती नहीं है। इसके लिए नगर निगम में स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायत की लेकिन उसे ठीक नहीं कराया गया। कई एरिया में स्ट्रीट लाइट खराब है।

पार्किग स्टैंड पर गुंडागंर्दी

नगर निगम ने पार्किग के लिए एरिया में स्टैंड एलाट किया है। यहां मनमाना वसूली होती है और विरोध करने पर गुंडागर्दी। इसके लिए न तो पुलिस कोई कदम उठाती है और न ही नगर निगम को फर्क पड़ता है। इसके साथ ही इस एरिया में कई स्टैंड अवैध तरीके से भी चल रहे है। जो निगम के अधिकारियों को खुश कर अपना काम चला लेते हैं।

जरूरत टूरिस्ट इंफोर्मेशन सिस्टम की

सारनाथ में होटल और दुकान चलाने वाले लोगों से बात करने पर एक परेशानी सामने आयी कि यहां पर टूरिस्ट इंफोर्मेशन सिस्टम होना चाहिए। यहां आने वाले अलग-अलग देश के टूरिस्ट को सिटी के टूरिस्ट प्लेस की जानकारी नहीं मिल पाती है। लोगों ने बताया कि ज्यादातर टूरिस्ट को जहां जाना होता है उसके बारे में यहां पर जानकारी देने वाला कोई नहीं मिलता इससे उन्हें काफी परेशानी होती है।

चाहिए ट्रांसपोर्ट सिस्टम

सारनाथ के पार्षद अजय कुमार जैन ने बताया कि यहां पर आने वाले पर्यटकों को वाहन के लिए परेशान होना पड़ता है। ऑटो और टैक्सी वाले मनमाना किराया वसूल करते है जो परेशानी का सबब बनता है। इसलिए सारनाथ तक लिए गवर्नमेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की जरूरत है।

यहां सफाई कभी-कभार ही होती। चौराहे पर लगी लाइट हफ्तों से बंद है। शिकायत के बावजूद कोई ध्यान नहीं देता है।

अनुज पांडेय, होटल संचालक

सारनाथ आने वाले टूरिस्ट खराब रोड की शिकायत करते हैं। इससे हमें शर्मिदगी होती है। किसी तरह यहां पहुंच भी जाएं तो उन्हें गंदगी का सामना करना पड़ता है।

सत्येंद्र प्रताप, दुकानदार

यहां पर दो बड़ी परेशानी है साफ-सफाई की और रोड की। इस एरिया में बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं। उन्हें इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

अंबुज, दुकान संचालक

टूरिस्ट प्लेस होने के बाद भी एरिया में साफ-सफाई नहीं होती है। टूरिस्ट के लिए यहां कोई सुविधाएं नहीं है। स्थानीय लोगों को सफाई, सड़क, सीवर और ड्रेनेज के लिए परेशान होना पड़ता है।

अशोक कुमार, स्थानीय निवासी

सारनाथ टूरिस्ट प्लेस होने के बाद भी अव्यवस्था का शिकार है। यहां पर सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम अब तक तैयार नहीं हो पाया है। विकास के लिए सरकार की प्राथमिकता पर होने के बाद भी सारनाथ में ढेरों समस्याएं हैं। रोड, सफाई, फुटपाथ सारी व्यवस्था ध्वस्त है।

अजय कुमार जैन, पार्षद, सारनाथ