-हाउस टैक्स न जमा करने वालों के एकाउंट नगर निगम करायेगा सीज

-बकायेदारों के एकाउंट से बकाया राशि निकालकर टैक्स की होगी भरपाई

VARANASI

हाउस टैक्स न जमा करने वालों को नगर निगम की ओर से लगातार नोटिस दी जा रही है। डोर-टू-डोर जाकर उनसे टैक्स जमा करने की अपील भी की जा चुकी है। लेकिन जिन लोगों ने टैक्स न जमा करने की ठान ली है उनसे निबटने के लिए नगर निगम सख्त कार्रवाई करने जा रहा है। नगर निगम ने बकायेदारों की सूची तैयार कर ली है। नगर आयुक्त के मुताबिक वसूली के लिए अब बकायेदारों के बैक एकाउंट को सीज किया जाएगा और उनके खाते से बकाया राशि का भुगतान कराया जाएगा।

बकायेदारों ने लटका दिया टारगेट

नगर निगम में साल ख्0क्भ्-क्म् का हाउस टैक्स न जमा करने वालों ने वसूली का टारगेट लटका दिया है। एक साल का हाउस टैक्स करीब फ्0 करोड़ रुपये का होता है। इसमें सात करोड़ से ज्यादा बकाया है। इन बकायेदारों के खिलाफ कुर्की की नोटिस दी गई है।

कई विभाग भी हैं बड़े बकायेदार

नगर निगम की इस लिस्ट में शहर के क्क् सरकारी भवन हैं जिनका करोड़ों रुपये हाउस टैक्स बकाया है। इनमें सबसे बड़ा डिफाल्टर है मंडी समिति, वीडीए जिनका बकाया करोड़ में पहुंच चुका है। इन बकायेदारों की सूची में कुछ और विभाग भी शामिल हैं, जिनका नाम लेने से नगर निगम के अधिकारी भी कतरा रहे हैं।

सरकारी के अलावा फ्0भ् बकायेदार

सरकारी विभागों के अलावा शहर में फ्0भ् ऐसे बकायेदार हैं जिन्होंने हाउस टैक्स नहीं जमा किया है। इन्हें कई बार नोटिस भी दी गयी। उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम क्9भ्9 की धारा भ्07 और भ्क्ख् के तहत कुर्की और नीलामी का वारंट जारी किया गया है। इसके तहत नगर निगम पुलिस बल के साथ पहुंच कर कुर्की की कार्रवाई करायेगा।

बैंक खाते चल संपत्ति की श्रेणी में आते हैं। इसलिए नगर निगम के पास अधिकार है कि वह बकायेदारों के खाते को सीज कर वसूली कर सकता है। इसके लिए बैंक को लेटर भेजा जाएगा।

महातम यादव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम

पॉइंट टू बी नोटेड

-सरकारी विभागों का लगभग ब्.ब्ब् करोड़ का बकाया है।

-करीब तीन करोड़ रुपये के बकायेदारों में आम पब्लिक है।