-पीएम के सपने को तोड़ने में जुटा नगर निगम

-काशी को क्योटो बनाने के लिए शहर को होर्डिग व बैनर से फ्री कराने का कार्य अब तक है अधूरा

-चौराहों पर लगे होर्डिग्स, पोस्टर व बैनर शहर की बिगाड़ रहे सूरत

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पीएम नरेन्द्र मोदी के काशी को क्योटो बनाने का सपना नगर निगम के उदासीन बने रहने से फिलहाल पूरा नहीं हो पा रहा है। ये हम नहीं खुद शहर की दीवारें, बिजली के खंभे और चौराहे बयां कर रहे हैं। दरअसल नरेन्द्र मोदी ने बनारस का सांसद व देश के पीएम बनने के साथ ही काशी को क्योटो बनाने का दावा किया। इसके लिए मेयर समेत कई अधिकारी क्योटो का दौरा कर वहां से टिप्स भी लिए। दावा किया गया था कि लौटकर आने के बाद मेयर की प्लैनिंग से क्योटो बनाने का वर्क शुरू होगा। इसमें पहली प्लैनिंग थी शहर को होर्डिग और बैनर-पोस्टर से फ्री कराना मगर ऐसा कुछ भी न हो सका।

कौन करेगा भाई, कुछ तो बतायें

शहर में अवैध रूप से लगे होर्डिग्स और बैनर को हटाने की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई थी। स्टार्टिग में निगम ने कैंपेन शुरू कर ये एहसास कराया कि जल्द ही पूरा शहर होर्डिग से फ्री हो जायेगा लेकिन कुछ ही दिनों बाद ये कैंपेन ठप हो गया। अब हालात ये हैं कि शहर का हर इलाका होर्डिग और बैनर-पोस्टर्स से पटा हुआ है। सुंदर बने चौराहों पर लगे होर्डिग्स, पोस्टर व बैनर शहर की सूरत तो बिगाड़ ही रहे हैं, काशी के क्योटो बनने के सपने पर भी ग्रहण लगा रहे हैं। हालांकि इस बाबत जब जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो वो इसके लिए दूसरे अधिकारियों को जिम्मेदार बताते हुए खुद को बचाते दिखे।

अरे भाई, मैंने तो तीन-चार बार नगर आयुक्त को इस बारे में लेटर लिखा है लेकिन कोई कार्रवाई ही नहीं हुई। सच तो ये है कि शहर के चौराहों से लेकर हर इलाके में कोई भी होर्डिग, बैनर नहीं होना चाहिए।

रामगोपाल मोहले, मेयर

पोस्टर-बैनर हटाने के लिए अक्सर अभियान चलता रहता है। फिर भी लोग मानते नहीं हैं। इसलिए अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके लिए इनको चिन्हित कर नोटिस जारी किया जायेगा।

एसपी शाही, नगर आयुक्त