-वाराणसी-लखनऊ व इलाहाबाद रूट के इलेक्ट्रिफाइड होने के बाद भी ट्रेनें पहुंच रही लेट से

-इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने पर भी पैसेंजर्स को नहीं मिल रहा लाभ

VARANASI

वाराणसी-लखनऊ और वाराणसी-इलाहाबाद रूट के इलेक्ट्रिफाइड होने के बाद भी टाइम सेविंग का लाभ नहीं मिल रहा है। जबकि ये दोनों रूट पिछले एक वीक से कासन विहीन हैं। इसके बाद भी ट्रेन्स लेट हो रही हैं। इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क पूरा होने पर रेलवे का दावा था कि दोनों रूट पर चलने वाली ट्रेन्स कम समय में लखनऊ व इलाहाबाद पहुंचेंगी। इसके बाद भी पैसेंजर्स को लेट से ही पहुंचना पड़ रहा है।

बनेगा नया टाइम टेबल

चीफ एरिया मैनेजर रवि प्रकाश चतुर्वेदी के मुताबिक जब तक नया टाइम टेबल नहीं बन जाता तब तक बिजली से ट्रेन्स चलने का लाभ पैसेंजर्स को नहीं मिलेगा। इतना जरूर है कि दोनों रूट पर डीजल की बजाय इलेक्ट्रिक का यूज होने से एनवायरमेंट को लाभ मिला है। उन्होंने बताया कि टाइम टेबल बनाने का काम स्टार्ट हो गया है।

एक अक्टूबर से ही फायदा

रेलवे का टाइम टेबल प्रत्येक साल एक अक्टूबर से चेंज होता है। इसके पहले बोर्ड लेवल पर समय सारिणी समिति की मीटिंग होती है जिसमें ट्रेन्स के चार्ट बनाए जाते हैं। इसमें इलेक्ट्रिफिकेशन होने पर ट्रेन्स का टाइम कम किया जाता है और अन्य स्टेशंस पर ठहराव का समय बढ़ाया जाता है। नया टाइम टेबल बनने के बाद ही दोनों रूट पर बिजली के इंजन से चलने वाली ट्रेन्स के टाइम में बचत होगी। फिलहाल सीमित ट्रेन्स ही बिजली के इंजन से चलाई जा रही हैं।

इनमें लगा है इलेक्ट्रिक इंजन

- वरुणा एक्सप्रेस

- हिमगिरि एक्सप्रेस

- उपासना एक्सप्रेस

- कुंभा एक्सप्रेस

- बेगमपुरा एक्सप्रेस

- पूर्वा एक्सप्रेस

- वाराणसी-ओखा एक्सप्रेस

- वाराणसी-अहमदाबाद एक्सप्रेस

- सद्भावना एक्सप्रेस

- फरक्का एक्सप्रेस

- श्रमजीवी एक्सप्रेस

- अपर इंडिया एक्सप्रेस