बीएचयू में वर्चुअल प्लेटफार्म पर आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के प्रतिभागियों से रूबरू हुए पीएम मोदी

- कहा, एजुकेशन सेक्टर में एक सिस्टमैटिक रिफॉर्म लाना का हो रहा है प्रयास

पीएम मोदी ने बीएचयू में वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के ग्रैंड फिनाले को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए नई शिक्षा नीति की विशेषताओं का जिक्र किया। कहा कि यह नौकरी देने वाला बनाने पर जोर देती है। यह हमारी सोच और अप्रोच में बदलाव लाने का एक प्रयास है। नई शिक्षा नीति से भारत की भाषाएं आगे बढ़ेंगी और उनका विकास होगा। यह भारत के ज्ञान को और आगे बढ़ाएगी। पीएम ने कहा कि देश के सामने आने वाली ऐसी कोई चुनौती नहीं है जिससे हमारा युवा टक्कर ना ले सके और उसका समाधान ना खोज सके। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के जरिए बीते वर्षो में अद्भुत आविष्कार देश को मिले हैं।

युवा शक्ति पर भरोसा

प्रधानमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में एक ओर जहां स्थानीय लोक कलाओं, विद्याओं और ज्ञान को स्वभाविक स्थान देने की बात है तो दूसरी ओर शीर्ष वैश्विक संस्थानों को भारत में कैंपस खोलने का आमंत्रण भी है। देश की युवा शक्ति पर मुझे हमेशा से बहुत भरोसा रहा है। देश के युवाओं ने बार-बार इसे साबित भी किया है। हाल ही में कोरोना से बचाव के लिए फेस शील्ड्स की डिमांड एकदम से बढ़ गई थी। इस मांग को थ्री डी प्रिंटिंग टेक्नॉलॉजी के साथ पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर देश के युवा आगे आए।

बढ़ेगी भारत की एकता

अब एजुकेशन पॉलिसी में जो बदलाव लाए गए हैं, उससे भारत की भाषाएं आगे बढ़ेंगी, उनका और विकास होगा। ये भारत के ज्ञान को तो बढ़ाएंगी ही, भारत की एकता को भी बढ़ाएंगी। यह हमारी सोच और अप्रोच में रिफॉर्म लाने का प्रयास है। शिक्षा व्यवस्था में अब एक सिस्टमैटिक रिफॉर्म, शिक्षा का इंटेंट और कंटेंट दोनों को बदलने करने का प्रयास है।

युवाओं से पीएम की अपील

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संविधान के मुख्य शिल्पी और देश के महान शिक्षाविद डॉ। बाबा साहेब आंबेडकर कहते थे कि शिक्षा सभी की पहुंच में होनी चाहिए। नई शिक्षा नीति इसी विचार के प्रति समíपत है। मौजूदा वक्त सीखने, रिसर्च करने और इनोवेशन पर फोकस करने का है। नई शिक्षा नीति में ऐसे ही प्रयास किए गए हैं। मैं युवाओं को तीन चीजों को नहीं छोड़ने की अपील करता हूं- सीखना, सवाल करना और हल करना

स्टूडेंट्स से हुए रूबरू

प्रधानमंत्री इनोवेटिव छात्रों से भी एक-एककर रूबरू हुए। एक छात्र से उन्होंने पूछा बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या कोई अलर्ट सिस्टम विकसित हो सकता है जो प्रॉपर्ली इंटिग्रेटेड हो। क्या यह स्कूल बस, ऑटो, कैब को पुलिस कंट्रोल रूम के साथ रियल टाइम कनेक्ट हो सकता है। यदि हम इस दिशा में कुछ कर लें तो यह प्रशासनिक सुधार के लिए महत्वपूर्ण होगा।

कार्यक्रम में 34 टीमें जुड़ीं

कार्यक्रम को बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित करते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सूचना प्रौद्यौगिकी महाप्रबंधक एवं सूचना सुरक्षा अधिकारी बिजेंदर सिंह दलाल ने भी विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन प्रो। कविता शाह ने किया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष हमारे साथ हैकाथॉन में देशभर से करीब 34 टीमें, 250 प्रतिभागी जुड़े हैं। हमें उम्मीद है बीएचयू में बीते दो वर्षो में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन की तरह ही कोविड-19 के कारण इस वर्ष वर्चुअली आयोजित हो रहा यह हैकथॉन भी उतना ही सफल होगा। इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य प्रो। बी सी कापरी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद, कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के सह-संयोजक डा। मनीष अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर डा। वेणु गोपाल मौजूद रहे। प्रो। विवेक सिंह व कंप्यूटर सेंटर की उनकी टीम ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।