--PM के संसदीय क्षेत्र में पुलिस को हाईटेक बनाने की कवायद हुई तेज, बॉडी कैमरों से लैस हुए थाने
-12 कैमरों की मदद से उपद्रव, भगदड़ और उत्पात के वक्त खुराफातियों को किया जाएगा tress
VARANASI
उपद्रव, तोड़फोड़ और हंगामा होने पर आपने अक्सर पुलिस वालों को डंडा पटकते देखा होगा। ऐसा इसलिए ताकि उपद्रवियों को खदेड़ा जा सके लेकिन पुलिस के इस एक्शन के बाद घटना में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उनकी पहचान कर पाना मुश्किल होता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। डंडा चलाने के दौरान पुलिस वाले उपद्रवियों का वीडियो भी बनायेंगे। ये प्लान शासन की तरफ से स्पेशली पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस में लागू किया गया है। जिसके बाद अब उपद्रव या फिर ऐसी किसी भी घटना के होने पर पुलिस वाले बॉडी कैम पहनकर मौके पर पहुंचेंगे और हालात बिगड़ने पर कैमरे की मदद से उपद्रवियों को ट्रेस किया जायेगा।
थानों पर शुरू हुआ work
दरअसल प्रदेश सरकार उपद्रव, तोड़फोड़ व हंगामा होने पर उपद्रवियों की पहचान के लिए कई हाईटेक तरीके अपना रही है। इस क्रम में बनारस पुलिस को जर्मन कम्पनी से परचेज किए गए क्ख् बॉडी कैमरे दिए गए हैं। पांच कैमरे रूरल के थानों में लगाकर मुंशी को ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि बाकी सात कैमरे सिटी के थानों को दिए जा चुके हैं। बेल्ट की तरह इसे पहनने के बाद उस पर बाएं कंधे वाले साइड पर कैमरे लगे हुए हैं जिसमें नाइट विजन के अलावा फ्ख् जीबी की मेमोरी है। जिसके ऑन होते ही रिकॉर्डिग होती रहेगी। इन कैमरों का यूज उपद्रव या किसी बवाल के वक्त उपद्रवियों को चिह्नित करने के लिए किया जायेगा। इस बारे में एसएसपी का कहना है कि बॉडी कैमरों को स्पेशली ऐसे वक्त में साथ रखने को कहा गया है जब चक्काजाम, हंगामा, उपद्रव और पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाएं हों। ऐसे मौकों पर पुलिस हालात को संभालने के लिए अब तक डंडे का यूज करती रही है जिससे उपद्रवी बच जाते थे लेकिन अब पुलिस वाले बॉडी कैम पहनकर उपद्रवियों को हैंडिल भी करेंगे और उनको ट्रेस करने के लिए वीडियो भी बनायेंगे।