-अक्टूबर में दो दिन 11 और 12 की date हैं पुलिस प्रशासन के लिए भारी

-11 को है दशहरा जबकि 12 को मोहर्रम संग नाटी इमली का भरत मिलाप

-सुरक्षा को लेकर पुलिस व खुफिया विभाग के उड़े होश

VARANASI

पितृ पक्ष के खत्म होते ही एक अक्टूबर से त्यौहारों का मौसम शुरू हो जायेगा। पहले नवरात्र फिर दशहरा और फिर उसके बाद कई दूसरे त्यौहार पड़ेंगे। जिसे लेकर पुलिस प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं लेकिन पुलिस के लिए अक्टूबर माह के दो वार 11 अक्टूबर मंगलवार व 12 अक्टूबर बुधवार बहुत ही परेशान करने वाले हैं। वजह लगातार दो दिनों में दो बड़े त्यौहार पड़ रहे हैं। 11 को दशहरा जबकि 12 को मोहर्रम सेलिब्रेट होना है। साथ ही 12 अक्टूबर को ही नाटी इमली का भरत मिलाप भी है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर क्या करें और क्या न करें इसको लेकर पुलिस व खुफिया विभाग के होश उड़े हुए हैं।

विसर्जन है बड़ा tension

दरअसल पिछले साल विसर्जन के दौरान हुए उपद्रव के चलते इस बार भी पुलिस प्रशासन के लिए दुर्गा प्रतिमाओं का सकुशल विसर्जन कराना बड़ा चैलेंज हैं। वजह मंगलवार को दशहरा पड़ने से कई समितियां अगले दिन बुधवार को विसर्जन करने की तैयारी में हैं। वहीं क्ख् को ही मोहर्रम के जुलूस भी निकलने हैं। जिसको लेकर रूट अभी डिसाइड होना बाकी है लेकिन पुलिस इस बात को लेकर परेशान है कि मोहर्रम का जुलूस और विसर्जन का रूट अगर एक हो गया तो स्थिति कैसे संभालेंगे। ऐसी स्थिति में खुराफाती भी इसका फायदा उठा सकते हैं। इस वजह से पुलिस और प्रशासन दोनों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिख रही हैं। वहीं क्ख् अक्टूबर को ही शहर का बड़ा ईवेंट नाटी इमली का भरत मिलाप भी है। इसके लिए भी पुलिस को पर्याप्त फोर्स की जरूरत होती है।

खुफिया विभाग जुटी काम में

इन दो दिनों की टेंशन के चलते लोकल खुफिया विभाग अभी से पूजा समितियों से विसर्जन की डेट संग उनके विसर्जन के स्थान के बारे में जानकारी कलेक्ट कर रहा है। जबकि मोहर्रम के जुलूस को लेकर भी रूट चार्ट तैयार किए जा रहे हैं। थानेवार एसओ को भी अलर्ट कर खुराफातियों पर नजर रखने और कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

आने वाले त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए पुलिस तैयारियों में जुट गई है। थाना लेवल पर पीस कमेटी की बैठक करने और पुराने हिस्ट्रीशीटर्स संग खुराफातियों की लिस्ट बनाने को कहा गया है।

एसके भगत, आईजी