- नये SSP के आने के बाद पुरानी वारदातों के खुलासे में क्राइम ब्रांच और थाने नहीं ले रहे हैं दिलचस्पी

- लंका में महिला की हत्या, शराब कारोबारी से लूट समेत डकैती की वारदात का अब तक नहीं मिला कोई सुराग

VARANASI

एक भगदड़ के बाद बनारस के पुलिस कप्तान क्या बदले मानों पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच तक सभी आराम के मोड में चली गई है। हालत यह है कि पिछले दिनों हुई वारदातों में कोई प्रोग्रेस नहीं हो पाया है। अक्टूबर माह में एक के बाद एक हुई तीन बड़ी वारदातों के जांच में जुटी टीमें अभी तक कोई सुराग नहीं खोज पायी हैं। लंका में महिला एलआईसी कर्मी की हत्या, कैंट में शराब कारोबारी को गोली मारकर साढ़े छह लाख की लूट और रोहनिया में एक घर में घुसकर हुई डकैती की वारदातों के बाद भी पुलिस इनके वर्कआउट पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है। ऐसा सिर्फ इसलिए कि क्योंकि नये कप्तान ने अब तक मातहतों के पेंच नहीं कसे हैं जिसके कारण सभी सुस्त पड़े हैं।

लंका पुलिस तो भूल गई भाई

लंका थानाक्षेत्र के धर्मबीर नगर कॉलोनी में क्7 अक्टूबर को घर में घुसकर अकेले रहने वाली एलआईसी कर्मी सीमा रानी की हत्या हो गई थी। हत्यारा कौन है और हत्या के पीछे का मकसद क्या है? इन सवालों के जवाब पांच दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक नहीं बता सकी है। बस हवा में तीर चलाते हुए ये बताया जा रहा है कि हत्या किसी अपने ने की थी। जबकि आई नेक्स्ट की पड़ताल में ये पता चला है कि जिस घर में सीमा रहती थी वो घर करोड़ों का है और घर में पुलिस को चालीस लाख की एफडी भी मिली है। जिसका नामिनी कौन है ये भी अब तक साफ नहीं है। जिसके बाद ये तो क्लीयर है कि घर और रुपयों के लिए महिला की जान ली गई लेकिन हत्यारा कौन है ये न पुलिस पता लगा सकी है और न क्राइम ब्रांच।

लूट मामले में तो पड़ गए ठंडे

क्8 अक्टूबर को लहुराबीर पर शराब का ठेका चलाने वाले शराब कारोबारी शशिभूषण जायसवाल को बदमाशों ने कैंट रमरेपुर में गोली मारकर लूट लिया था। बदमाशों ने इनके पास से सवा सात लाख रुपये लूटे थे। पुलिस संग मामले की जांच में क्राइम ब्रांच भी लगी है लेकिन अब तक लुटेरों की न तो पहचान हो सकी है और न ही पुलिस ये पता लगा पाई है कि लुटेरों तक कारोबारी की रुपये लेकर निकलने की जानकारी किसने लीक की थी। हां पुलिस का ये दावा जरुर है कि कुछ सुराग उसके पास है लेकिन ये सुराग क्या है ये पुलिस बताने के मूड में नहीं है। इन दो वारदातों की ही तरह क्फ् अक्टूबर की रात रोहनिया के परियरा गांव में अजीत कुमार के घर में आधा दर्जन की संख्या में घुसे डकैतों ने जमकर उत्पात मचाया था और लाखों रुपये पर हाथ साफ कर दिया। इस मामले में पहले ही पुलिस ने डकैती की जगह चोरी की तहरीर ली थी। इसके बाद पुलिस शांत होकर बैठ गई और अब तक मामले में कोई भी अपडेट नहीं है।

बिजी थे कप्तान

वहीं इस पूरे मामले में नये पुलिस कप्तान से बात करने की कोशिश की गई तो न ही उनका फोन रिसीव हुआ और न ही उनके व्हाट्स एप्प पर किए गए मैसेज का उन्होंने कोई जवाब दिया।